विराट कोहली वर्तमान समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माने जाते हैं. अपने 13 साल कर करियर में वह कई खास पारियां खेल चुके हैं, लेकिन उनकी एक पारी ऐसी थी, जिसने उन्हें रातोंरात आम से एक खास बल्लेबाज बना दिया था. उनकी इसी पारी ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का नया सुपरस्टार बना दिया था.
होबार्ट की पारी ने विराट को बनाया आम से खास बल्लेबाज
दरअसल, 2012 में भारतीय टीम और श्रीलंकाई टीम के बीच होबार्ट के मैदान में त्रिकोणीय श्रंखला का एक वनडे मैच खेला जा रहा था. इस मैच में भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान विराट कोहली ने अपनी ऐसी आक्रामक बल्लेबाजी दिखाई की श्रीलंकाई टीम के होश ही उड़ा दिए थे. इसी मैच में कोहली ने लसिथ मलिंगा के एक ही ओवर में 24 रन बना दिए थे.
लसिथ मलिंगा के खिलाफ कोहली की शानदार बल्लेबाजी का आलम यह था कि लसिथ मलिंगा अपने सिर्फ 7.4 ओवर में ही इस मैच में 96 रन लुटा बैठे थे.
अपनी आग उगलती गेंदों से दुनिया के हर बल्लेबाज को परेशान कर चुके श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा को ऑस्ट्रेलिया के होबार्ट मैदान में एक बार वर्तमान भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ऐसा धो डाला था कि मलिंगा को उस समय के युवा कोहली ने दिन में ही तारें दिखा दिए थे
खेली थी 86 गेंद में 133 रन की पारी
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को इस पारी से पहले इतना आक्रामक बल्लेबाज नहीं माना जाता था, लेकिन कोहली ने अपनी इस होबार्ट की पारी से अपनी आक्रमकता दुनिया को दिखा दी और उन्होंने बहुत ही विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए मात्र 86 गेंद में ही 133 रनों की शानदार पारी खेली थी.
विराट कोहली ने अपनी इस पारी में शानदार 16 चौके व 2 गगनचुम्बी छक्के लगाये थे. वर्तमान भारतीय कप्तान विराट कोहली अपनी इस पारी में नाबाद ही लौटे और भारतीय टीम ने यह मैच 7 विकेट से 80 गेंद रहते जीत लिया था.
भारतीय टीम को इस मैच में 50 ओवर में 321 रन का लक्ष्य मिला था और भारतीय टीम ने इस विशाल लक्ष्य को विराट कोहली के शानदार शतक के चलते मात्र 36.4 ओवर में ही हासिल कर लिया था.
दरअसल इस टूर्नामेंट में बने रहने के लिए भारतीय टीम को यह लक्ष्य मात्र 38 ओवर में ही हासिल करना था, लेकिन विराट कोहली की विस्फोटक बल्लेबाजी ने यह लक्ष्य भारत को 8 गेंद शेष रहते ही हासिल करवा दिया.