विराट कोहली को भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा स्तंभ कहा जाता है. लेकिन पिछले कुछ सालो में रोहित शर्मा ने जिस तरह से खेला है वो भी अब भारतीय टीम के लिए एक बड़े स्तंभ बन गये हैं. 2013 में सलामी बल्लेबाज बनने के बाद रोहित शर्मा ने खुद को भारतीय टीम का सबसे बड़ा खिलाड़ी साबित कर दिया है. न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में जीत दिलाने के बाद ये बहस और तेज हो गयी है.
सलामी बल्लेबाज के रूप में शानदार रहा है रोहित शर्मा का करियर
एक समय ऐसा भी था जब हर जगह से सवाल उठते थे की रोहित शर्मा को इतने मौका क्यों दिए जा रहे हैं. लेकिन 2013 में सलामी बल्लेबाज बनने के बाद रोहित शर्मा ने खुद को भारतीय टीम का दिग्गज खिलाड़ी साबित कर दिया. उसके बाद से उन्होंने 27 शतक एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में लगाया है. जिसमें से मात्र 6 मैच में भारतीय टीम को हार मिली है.
जबकि 21 बार भारतीय टीम ने जीत दर्ज की है. टी20 फ़ॉर्मेट में हिटमैन ने 4 शतक लगाये हैं. जिसमें से मात्र 1 बार ही भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है. जबकि विराट कोहली ने इस बीच 29 शतक लगाये हैं. जिसमें से 6 मैच में भारत की टीम हारी हैं. जबकि टी20 फ़ॉर्मेट में अब तक विराट शतक लगाने में सफल नहीं हुए हैं.
रोहित शर्मा अब विराट कोहली की तरह हैं टीम का भरोसा
बतौर सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने भारतीय टीम के लिए 138 मैच खेले है. जिसमें उन्होंने 58.11 के औसत से 7148 रन बनाये हैं. जिसमें 27 शतक और 31 अर्द्धशतक भी शामिल है. हिटमैन एकमात्र खिलाड़ी हैं जिनके नाम इस फ़ॉर्मेट में 3 दोहरा शतक भी दर्ज है. जबकि टी20 फ़ॉर्मेट में उन्होंने बतौर सलामी बल्लेबाज 75 मैच में 33.04 की औसत से 2313 रन बनाये हैं.
जिसमें 4 शतक और 16 अर्द्धशतक शामिल है. जो ये साफ करते हैं की 2013 में जब से रोहित ने सलामी बल्लेबाजी की बागडोर संभाली है. जो मैच जीताने के मामले में विराट कोहली के बराबरी पर खड़े हो गये हैं. पिछले 2 साल से उनका प्रदर्शन और बेहतर हो रहा है. विश्व कप 2019 उसका एक उदाहरण था.
रिकॉर्ड के किंग बन गये हैं हिटमैन
अब जब भी रोहित शर्मा बल्ला लेकर मैदान पर निकलते हैं तो कोई ना कोई रिकॉर्ड जरुर बन जाता है. न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में उन्होंने बतौर सलामी बल्लेबाज 10 हजार रन पूरे किये. वो ऐसा करने वाले भारत के चौथे खिलाड़ी बने. जिसमें उनसे आगे अब सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और वीरेन्द्र सहवाग ही है.