बीते महीन खत्म हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नियमित कप्तान कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2-1 की ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. मेलबर्न में हुए पहले टेस्ट में भारतीय टीम को 8 विकेट की करारी हार मिली थी. इसके बाद अगले 3 मैचों में नियमित कप्तान विराट कोहली पितृत्व अवकाश के चलते गैरमौजूद थे.
कोहली की गैरहाजिरी में मुंबई के 33 वर्षीय सीनियर बल्लेबाज़ अजिंक्य रहाणे ने भारतीय टीम की कमान संभाली थी. उनकी कप्तानी में मुख्य खिलाड़ियों के चोट के कारण टीम में न रहने के बावजूद युवा खिलाड़ियों ने शानदार क्रिकेट खेली और जीत दर्ज की. लेकिन इंग्लैंड सीरीज़ में नियमित कप्तान विराट कोहली के वापस आने के बाद उनकी कप्तानी पर सवाल उठने लगे हैं.
सवालों के घेरे में विराट की कप्तानी और बल्लेबाज़ी
बात करें अगर विराट कोहली की कप्तानी के बारे में तो पिछले 3 टेस्ट मैचों में उनकी अगुवाई में भारतीय टीम को हार ही मिली है. कुछ ऐसा ही हाल विराट कोहली का बतौर बल्लेबाज़ भी रहा है. पिछली 31 पारियों में विराट के बल्ले से एक भी अंतरराष्ट्रीय टेस्ट शतक नहीं निकला है.
पिछली 7 टेस्ट पारियों में विराट ने बल्ले से 2, 19, 3, 14, 74, 4 और 11 रन बनाए हैं. जिस तरह का विराट का कलेवर है उस लिहाज़ से उनका ये प्रदर्शन काफ़ी निराशाजनक है. इसके बाद विराट को कहीं न कहीं अपनी क्रिकेट पर सोचने की ज़रूरत है. इस दौरान कोहली का औसत मात्र 18.2 का रहा है.
क्या कप्तान बदलने की ज़रूरत में है टीम इंडिया?
विराट की कप्तानी में आई इस गिरावट के बाद क्रिकेट एक्सपर्ट्स और क्रिकेट फ़ैंस के अंदर एक पुरानी धारणा फिर पकड़ बना चुकी है. धारणा यही कि टेस्ट में भारतीय टीम की कप्तानी विराट की जगह रहाणे को दे दी जाए और मौजूदा कप्तान को अपनी बल्लेबाज़ी पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए.
इस धारणा की तस्दीक ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ की जीत करती हुई नज़र आती है. क्योंकि वहाँ टीम ने रहाणे की शानदार कप्तानी स्किल्स के दम पर चोटों से जूझने के बावजूद तमाम परेशानियों से पार पाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. लेकिन विराट के बतौर कप्तान वापस लौटते ही टीम एक इंग्लैंड के खिलाफ़ बैकफ़ुट पर नज़र आ रही है.
इंग्लैंड के खिलाफ़ बैकफ़ुट पर है भारतीय टीम
अब देखना ये अहम होगा कि भारतीय टीम मैनेजमेंट इस बारे में कब सोचता है और कब विराट को ये अहसास होता है कि अब कप्तानी रहाणे को देकर उन्हें अपनी बल्लेबाज़ी पर ध्यान देना चाहिए. इंग्लैंड के खिलाफ़ चल रही सीरीज़ के पहले मैच में फिलहाल भारतीय टीम बैकफ़ुट पर नज़र आ रही है.
इंग्लिश टीम ने टॉस जीत कर बल्लेबाज़ी करते हुए कप्तान जो रूट के बेहतरीन दोहरे शतक के दम पर 578 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. जिसके जवाब में भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी काफ़ी बैकफ़ुट पर नज़र आ रही है.