एमएस धोनी और उनकी बल्लेबाजी फॉर्म ने टूर्नामेंट के 11 वें संस्करण में सभी को हैरान किया है। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान ने टूर्नामेंट में पूर्ण अधिकार के साथ बल्लेबाजी की है। हालांकि, पूर्व भारतीय कप्तान की कप्तानी टूर्नामेंट में भी ताज़ा रही है। चेन्नई के दो सालों के निलंबन के बाद टूर्नामेंट में वापसी की। सीएसके अंक तालिका में नंबर दो पर हैं और वे जिस तरह से खेल रहे हैं तो वे निश्चित ही प्लेऑफ़ में पहुँच जायेंगे।
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज कृष्णमचारी श्रीकांत ने 36 वर्षीय धोनी के टूर्नामेंट में बल्लेबाजी करने के अंदाज से प्रसन्न हैं। ये इनके श्रीकांत का मानना है कि सीएसके के कप्तान की अपने खिलाड़ियों को विशेष भूमिका निभाने की क्षमता बहुत सटीक रही है। विशेष रूप से, धोनी प्रशंसकों और पूर्व खिलाड़ियों की उच्च आलोचना के बीच अपने खिलाड़ी का समर्थन करने के लिए जाने जाते हैं।
अच्छी प्लेइंग इलेवन के कारण जीत रही है चेन्नई सुपर किंग्स: श्रीकांत
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार 58 वर्षीय तमिलनाडु के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने उल्लेख किया कि चेन्नई सुपर किंग्स टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। श्रीकांत ने महसूस किया कि उनकी सफलता के पीछे मुख्य कारण टीम की सही प्लेइंग इलेवन है जिन्होंने अभी तक बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।
एमएस धोनी सही संयोजन खोजने में एक बेहतरीन मास्टर है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वह सुनिश्चित करते है कि प्रत्येक खिलाड़ी अपनी भूमिका को समझ लेता है और अच्छा खेलता है। भारत के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, दीपक चहर और अंबाती रायडू में उन्होंने जो आत्मविश्वास दिखाया वह अन्य कप्तान के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है।
श्रीकांत ने बताया कि चोट की चिंताओं ने चेन्नई सुपर किंग्स की प्रगति में बाधा नहीं डाली है। विशेष रूप से, सीएसके को टूर्नामेंट के पहले मैच में केदार जाधव की चोट से करारा झटका लगा और वो पूरे सीजन से बाहर हो गये। 25 वर्षीय दीपक चहर भी चोटिल हुए। श्रीकांत ने अपने कॉलम में कहा कि धोनी खिलाड़ियों को स्पष्ट भूमिका निभाने में कामयाब रहे हैं, जिन्होंने सीएसके को एक मजबूत इकाई बना दी है।
चेन्नई कुछ खिलाड़ियों को खोने के बावजूद और कुछ चोटों से पीड़ित हैं, लेकिन फिर भी सीएसके ने अच्छा प्रदर्शन किया। इन्होंने यह भी कहा कि इस सीजन में महेंद्र सिंह धोनी खुद ने भी अपने बल्ले से खूब अच्छी बल्लेबाजी की है और कप्तानी तो अच्छी की ही है।