भारत और वेस्टइंडीज के बीच पांच वनडे मैचों की सीरीज के बाद एक मात्र टी-20 रविवार को खेला जायेगा। इस मैच के लिए वेस्टइंडीज ने टी-20 क्रिकेट को उस्ताद क्रिस गेल को टीम में शामिल किया है। गेल के आने से वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों का आत्मविश्वास भी बढ़ा है। वनडे सीरीज गवांने के बाद वेस्टइंडीज के लिए टी-20 में अच्छा प्रदर्शन करना चुनौतीपूर्ण होगा। वहीं भारत के लिए भी जीत हासिल करना आसान नहीं होगा। क्रिस गेल से कुछ इस तरह समीकरण बदल सकते हैं।
गेल का धुरंधर प्रदर्शन और भारत का चाइनमैन गेंदबाज –
क्रिस गेल क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप के विशेषज्ञ माने जाते हैं। उन्होंने टी-20 में कई बार धमाकेदार प्रदर्शन किया है, कई बार तो ऐसे भी हुआ है जब गेल निजी स्कोर विरोधी टीम के टीम स्कोर से कहीं ज्यादा रहा है। हालांकि यह भी बात ध्यान रखने को लायक है कि गेल आईपीएल के पिछले सीजन में कुछ खास नहीं कर पाये थे। हालांकि इसके बावजूद भारतीय टीम उनके लिए साजो-सामान मैदान में लेकर उतरेगी। संभव है कि भारतीय कप्तान टीम के चाइनमैन गेंदबाज कुलदीप यादव को गेल के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल करें। मैक्सवेल और मार्श की खराब बल्लेबाजी की आलोचना करने वाले सहवाग को इस खिलाड़ी ने किया बेहद प्रभावित
कुलदीप की खतरनाक गेंदबाजी –
भारत के युवा गेंदबाज कुलदीप यादव की गेंद को समझना किसी भी बल्लेबाज को लिए मुश्किल होता है, ऐसे में कुलदीप विकेट हासिल करने में सफल होते हैं। दरअसल चाइनमैन गेंदबाज एक बायें हाथ का स्पिन गेंदबाज होता है, जिसकी गेंद हाथ से पिच पर गिरते ही सीधे हाथ के बल्लेबाज के अंदर की तरफ और उल्टे हाथ के बल्लेबाज के बाहर की तरफ टर्न करती है। लिहाजा इस तरह की गेंदबाजी के सामने कई बार बल्लेबाज गच्चा खा जाते हैं और इससे कुलदीप के लिए विकेट हासिल करना थोड़ा आसान हो जायेगा। बेन स्टोक्स के लिए अपशब्द का प्रयोग करना इस दक्षिण अफ्रीकी दिग्गज को पड़ा महंगा, आईसीसी ने एक टेस्ट मैच से किया निलंबित
कप्तान ने बांधे थे तारीफों के पुल –
बतौर युवा गेंदबाज कुलदीप ने काफी कम समय में ही टीम इंडिया में जगह बना ली थी। कुलदीप ने आईपीएल और घरेलू मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। कप्तान विराट कोहली भी कुलदीप के शानदार प्रदर्शन की तारीफ कर चुके हैं।
एक मैच के बाद कोहली ने कहा था कि “मैं कुलदीप को आईपीएल से ही देख रहा हूं। वो बहुत ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. जब बल्लेबाज आक्रामक होने की कोशिश करता है तब वो अपनी गेंद को धीमी गति से फेंकते हैं, इससे बल्लेबाज को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।”