भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार युवा स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव के लिए पिछला कुछ समय काफी खराब गुजरा है। कुलदीप यादव साल 2017 के बाद से लगातार एक बेहतरीन स्पिन गेंदबाज के तौर पर साबित हो रहे थे, लेकिन पिछले एक साल में कुलदीप यादव को ना केवल भारतीय टीम से बल्कि केकेआर की टीम में भी अनदेखा किया है।
कुलदीप यादव ने किया केकेआर की रणनीति पर सवाल
कुलदीप यादव को पिछले कुछ समय से भारतीय टीम में लगातार मौका नहीं दिया जा रहा है, उनका प्रदर्शन भी काफी खराब रहा है, इसी कारण से वो टीम इंडिया में जगह नहीं बना पा रहे हैं, तो साथ ही आईपीएल में भी उनकी गेंदबाजी में कोई खास कमाल नहीं दिखा।
आईपीएल में कोलकाता नाइट राईडर्स की टीम से खेलने वाले कुलदीप यादव को पिछले दो सीजन से कुछ खास मौके नहीं मिल पा रहे हैं। इसी की निराशा कुलदीप यादव में अब देखने को मिली है। और उन्होंने केकेआर की रणनीति पर ही सवाल खड़ा किया है।
टीम में जीत की तरफ ले जाने की है कमी
कोलकाता नाइट राईडर्स की टीम के लिए कई सालों से खेल रहे कुलदीप यादव ने दो-टूक अंदाज में कहा कि केकेआर की टीम आईपीएल को गंभीरता ने नहीं लेती है। साथ ही ये तक कहा कि जब गंभीर कप्तान थे तो टीम की जीत के बारे में सोचते थे, लेकिन इस टीम में वो बात नहीं है।
कुलदीप यादव ने स्पोर्ट्स किड़ा के साथ खास बातचीत में कहा कि
“जब आप इंटरनेशनल क्रिकेट देखते हैं तो आप देखेंगे कि विराट कोहली अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और टीम को आगे ले जाने भूख भी है उनमें। जब गौतम गंभीर टीम के कप्तान थे, तब उनकी भी यही मानसिकता थी वे टीम को जीत दिलाना चाहते थे। लेकिन इस समय केकेआर में हमें इसकी कमी दिख रही है और वे उस तरह नहीं सोच रहे। “
गौतम गंभीर थे जब कप्तान तो मिलता था समर्थन
कुलदीप यादव ने आगे कहा कि
“ये अनुचित लगता है जब आप इंटरनेशनल क्रिकेट में देश की ओर से खेलते हैं और फ्रेंचाइजी की ओर से खेलने का मौका नहीं मिलता। आपको इन चीजों से बुरा लगता है लेकिन आप कड़ी मेहनत के अलावा कुछ नहीं कर सके। मुझे केकेआर टीम से उस तरह से समर्थन नहीं मिला, जिसकी उम्मीद थी। गौतम भाई ने जिस तरह का भरोसा मुझ पर दिखाया, शायद मुझे वो इस टीम में नहीं मिला।”
“शायद टीम टूर्नामेंट को गंभीरता से नहीं ले रही या हार के बाद टीम अपने दृष्टिकाेण में बदलाव के बारे में नहीं सोच रही। ये चीजें बहुत मायने रखती हैं, लेकिन अभी ये गायब है।”