भारतीय टीम ने इंग्लैंड की टीम को टीन मैचों की सीरीज के पहले टी-20 मैच में कुलदीप यादव की करिश्माई गेंदबाजी और केएल राहुल की शानदार शतकीय पारी की बदलौत 8 विकेट से हरा दिया था.
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शानदार गेंदबाजी करने वाले कुलदीप यादव आये. कुलदीप यादव ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मैच को लेकर कई रोचक बाते कही है.
छक्के खाने से नहीं डरता हूं
कुलदीप यादव ने अपने बयान में कहा, जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया, तो मेरे कोच कपिल पांडे ने जब मुझे पहली बार गेंदबाजी सौपी थी. तो प्रैक्टिस में मुझे बल्लेबाजों ने खूब छक्के लगाए थे. मैं उस वक्त यह सोच रहा था, कि बल्लेबाज जब प्रैक्टिस में ऐसे छक्के लगाते है, तो वास्तविक मैच में कितने छक्के लगाते होंगे.
सच बताऊ तो मुझे उस समय प्रैक्टिस करने में दबाव महसूस नहीं होता है. यह वह चीज है जो मैंने उस प्रैक्टिस से सीखी थी और आज भी मैं अपनी गेंदों पर छक्के खाने से डरता नहीं हूं.”
फ्लाइट नहीं दे रहा, तो वह स्पिनर नहीं
कुलदीप यादव ने आगे अपने बयान में कहा, “यदि आप विकेट लेना चाहते हैं, तो आपको फ्लाइट करने की जरूरत है. अगर कोई स्पिनर हवा में गेंद में गेंद को नहीं घुमा रहा है, तो वह एक स्पिनर नहीं है.
यदि एक स्पिनर टी-20 गेम में 4-5 विकेट लेता है, तो टीम का बहुत फायदा होता है. बचपन में जो भी मैंने सीखा है, मैं यहां वही अनुसरण करने की कोशिश कर रहा हूं.”
गेंदों की रखा धीमा
कुलदीप ने आगे कहा, “इंग्लैंड ने शुरूआती 6 ओवर में 65 रन के करीब बना लिए थे. मैंने विकेट को देखा तो वह थोड़ा ड्राई था. जब मैंने गेंदबाजी शुरू की, तो मैं थोड़ा तेज गति से गेंदबाजी कर रहा था.
मैंने सोचा कि अगर मैं थोड़ी धीमी गति से गेंदबाजी करता हूं, तो मेरे लिए विकेट लेने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं. फिर जब मैं दूसरे ओवर में गेंदबाजी करने आया, तो मैंने अपनी गति कम रखी, और गेंद को फ्लाइट देने सही लम्बाई के साथ फ्लाइट देने लगा था. मेरी योजना बल्लेबाजों के पास गेंद को देर से पहुँचाने की थी, मैं उन्हें आसान गेंद नहीं देना चाहता था.