बचपन में हर किसी बच्चे को यह सीख दी जाती है, कि अपने से बड़ो व अपने माता-पिता की हर बात मानो और लगभग सभी बच्चे अपने जीवन में ये सीख अपनाते ही है.
मगर शायद आपको यह पता नहीं होगा कि क्रिकेट में कोई ऐसा दिग्गज महान खिलाड़ी भी है, जो अपने पिता की बात को नजरंदाज कर एक बहुत बड़ा खिलाड़ी बन गया और उसने अंतराष्टीय क्रिकेट में अपने बल्ले से 28,000 से भी ज्यादा रन बनाए. ये खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि श्रीलंका के पूर्व महान बल्लेबाज कुमार संगकारा है.
पिता चाहते थे बने वकील
संगकारा के पिता चोकशनाडा संगकारा श्रीलंका के एक बहुत बड़े वकील थे. इसलिए संगकारा के पिता चाहते थे कि संगकारा उनकी तरह ही एक बड़े वकील बने, इसलिए पिता के कहने में संगकारा ने भी वकालत की पढ़ाई शुरू कर दी थी, हालांकि उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान भी कभी क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा मगर साथ ही वह अपने पिता से कभी भी अपनी क्रिकेटर बनने की इच्छा के बारे में खुलकर बात नहीं कर पाए.
लेकिन किस्मत में लिखा नहीं बदल पाए पिताजी
संगकारा के पिता चोकशनाडा संगकारा अपने बेटे किस्मत में लिखी चीज को नहीं बदल पाए और 22 साल की उम्र में जब संगकारा वकील की पढ़ाई से परेशान हो गए, तब उन्होंने वकालत को छोड़ दी और सिर्फ क्रिकेट में करियर बनाने का निर्णय लिया. इसके बाद संगकारा में क्रिकेट की इतनी प्रतिभा थी कि उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और उसके बाद कई साल तक श्रीलंका टीम की रीढ़ की हड्डी बन गए.
ये अविश्वसनीय रिकॉर्ड प्राप्त किये संगकारा ने
कुमार संगकारा सन् 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट और पाकिस्तान के खिलाफ वन डेब्यू का मौका मिला. संगकारा ने 404 वनडे मैचों में 41.99 की औसत से 14234 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 25 सेंचुरी और 93 हाफ सेंचुरी लगाई. वही टेस्ट क्रिकेट में 134 टेस्ट मैचों में 57.14 की औसत से 12400 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 38 सेंचुरी और 52 हाफ सेंचुरी लगाई. टी20 अंतराष्टीय क्रिकेट में भी संगकारा ने 56 टी20 मैचों में 31.41 की औसत से 1342 रन बनाए.
संगकारा से जुड़ी कुछ दिल्चस्प बातें
. संगकारा ने 2003 में अपनी बचपन की दोस्त यहाली से शादी की
. संगकारा और यहाली के दो बच्चे है.
. यहाली की कुछ प्राइवेट फोटो लिक होने से शर्मिंदा होना पड़ा था संगकारा को
. संगकारा ने 24 अगस्त 2015 को क्रिकेट में संन्यास लिया