11 जुलाई को शुरू हुए तमिलनाडु प्रीमियर लीग का फाइनल मुकाबला डिंडीगुल ड्रेगन और मदुरै पैंथर्स के बीच खेला गया। इस मैच को 7 विकेट से जीतकर मदुरै पैंथर की टीम पहली बार इस लीग की विजेता बनी। 2016 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट को अभी तक कोई भी टीम दो बार नहीं जीत पाई है।
पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई डिंडीगुल ड्रेगन
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डिंडीगुल ड्रेगन की शुरुआत काफी ख़राब रही और आधी टीम सिर्फ 21 रनों पर पवेलियन लौट गई। सलामी बल्लेबाज और कप्तान नारायण जगदीसन को छोड़कर कोई भी टॉप आर्डर का बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुँच पाया।
जगदीसन (51) का साथ निचले क्रम के बल्लेबाजों ने दिया और किसी तरफ टीम 117 को स्कोर तक पहुँच पाई। कप्तान के अलावा एम मोहम्मद ने 17 और रामालिंगम रोहित ने 15 रनों की पारी खेली। मदुरै की तरफ से अभिषेक तंवर ने 4, लोकेश राज ने 3 और वरुण ने 2 बल्लेबाजों का शिकार किया।
मदुरै पैंथर्स की शुरुआत भी रही खराब
118 रनों के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी मदुरै की शुरुआत बेहद खराब रही और पहले ही ओवर में टीम के 3 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। इसके बाद डिंडीगुल टीम की उम्मीदें जगी लेकिन विकेटकीपर बल्लेबाज अरुण कार्तिक ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
सलामी बल्लेबाजी करने आए अरुण ने संभल कर बल्लेबाजी की और शिजित चंद्रन के साथ चौथे विकेट के लिए अटूट साझेदारी बनाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। अरुण कार्तिक ने 50 गेंदों पर 75 रनों की पारी खेली वहीं शिजित ने 49 गेंदों पर 38 रनों की सूझबूझ भरी पारी खेली। डिंडीगुल की तरफ से सिर्फ एम सिलमबरासन ने 3 विकेट चटकाए। उनके अलावा कोई भी गेंदबाज विकेट नहीं चटका पाया।
मदुरै की टीम ने इस मैच को 7 विकेट से जीतकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
अरुण कार्तिक रहे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
फाइनल मुकाबले में 75 रनों की शानदार पारी खेलने वाले अरुण कार्तिक को मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला। इसके साथ ही टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने की वजह से उन्हें मैन ऑफ़ द सीरीज का अवार्ड भी मिला।