फ़िलहाल भारत और इंग्लैंड की टीमें मुंबई के ऐतिहासिक वानखेड़े मैदान पर पांच मैच की टेस्ट सीरीज का चौथा टेस्ट मैच खेल रही है. मौजूदा टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया के लिए उस समय बुरी खबर आई, जब अजिंक्य रहाणे मैच से ठीक पहले चोटिल हो गए और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया.
चोटिल रहाणे की जगह टीम इंडिया में करानाटका के युवा बल्लेबाज़ मनीष पांडे को शामिल किया गया. मनीष पांडे रणजी क्रिकेट खेल रहे थे और उन्हें अचानक टीम इंडिया में शामिल किया गया. बीसीसीआई के इस निर्णय पर महाराष्ट्र क्रिकेट संघ ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिससे खेल भावना पर सवाल खड़े हो गए है.
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दरअसल, कर्नाटका ने महाराष्ट्र से मनीष पांडे की जगह किसी दूसरे खिलाड़ी को माँगा था, लेकिन महाराष्ट्र क्रिकेट संघ ने इस अपील को ख़ारिज कर दिया. पांडे के भारतीय टीम में शामिल होने के कारण कर्नाटक की टीम के सामने केवल 10 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरने की समस्या खड़ी हो गयी थी, और टीम ने मैच रेफरी प्रणब रॉय से अपील की थी, कि उन्हें मनीष की जगह कोई दूसरा खिलाड़ी खिलाने का मौका मिले.
प्रणब रॉय ने टीम की इस गुहार को आगे बीसीसीआई के जनरल मेनेजर, एमवी श्रीधर तक पहुचाया. महाराष्ट्र के कप्तान स्वपनिल गुगाले ने कर्नाटक की टीम की अपील को ख़ारिज करते हुए, कहा
“हम यहाँ छह पॉइंट के लिए खेल रहे है. ऐसे में किसी भी तरह की रिप्लेसमेंट देने के सवाल ही खड़ा नहीं होता, हम जीत कर क्वाटर फाइनल में अपनी जगह बनाना चाहते है.”
गुगाले ने यह बयान द हिन्दू अख़बार को एक इंटरव्यू में दिया.
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गुगाले की चिंता इस कारण जायज़ भी है, क्यूंकि महाराष्ट्र को इस समय रणजी ट्राफी के अगले दौर में पहुचने के लिए, छह अंको की आवश्यकता है, लेकिन जैसा मैच दोनों टीमों के बीच खेला जा रहा है, उसमे पहली पारी में बढ़त गवाने के बाद अब महाराष्ट्र के सामने मैच बचाना काफी मुश्किल होने वाला है.