एमएसके प्रसाद की अगुवाई में गुरुवार (6 अक्टूबर) को शुरुआती तीन एकदिवसीय मैचों के लिए टीम का चयन हुआ, इस टीम मीटिंग में टीम इंडिया के सिमित ओवर के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी मौजूद थे. टीम में कई नए चेहरों को मौका दिया गया है, जबकि ज्यादतर स्टार गेंदबाजों को पहले तीन मैच के लिए आराम दिया गया है.
इस टीम में जालंधर के युवा बल्लेबाज़ मंदीप सिंह को टीम में जगह दी गयी है, मंदीप ने पिछली सीरीज में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया था. मंदीप को मौका मिला है क्यूंकि शिखर धवन और लोकेश राहुल चोटिल है और भारत इस समय 2019 विश्वकप के लिए बेंच स्ट्रेंथ को मज़बूत करना चाहेगा.
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मंदीप ने टीम में चुने जाने के बाद अपनी कामयाबी का श्रेय, पूर्व भारतीय कप्तान और बल्लेबाज़ राहुल द्रविड़ को दिया. मंदीप इस समय दिल्ली में है जहाँ वो पंजाब के लिए रणजी मैच खेल रहे है. मंदीप ने बताया, कि
“जो आत्मविश्वास मुझे राहुल भाई के साथ काम करने से मिला है उसे मैं न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ आने वाली एकदिवसीय सीरीज में बरक़रार रखना चाहूँगा. उन्होंने मुझे समझाया कि किस तरह खुद पर भरोसा करने से आप अपने खेल में किस तरह बेहतरी ला सकते है.”
मंदीप ने घरेलू क्रिकेट में एक आक्रामक बल्लेबाज़ होने की पहचान बनाई हुई है, उन्हें पंजाब के लिए कई शानदार पारियां खेली है. आईपीएल में भी मंदीप ने पंजाब और बैंगलोर के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है, जिस वजह से उन्हें हाल ही में ज़िम्बाब्वे दौरे पर टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला था.
मंदीप ने बताया कि एक समय जब उनसे ऑस्ट्रेलिया ए दौरे पर रन नहीं बन रहे थे तो उन्होंने खुद अपनी काबिलियत पर शक करना शुरू कर दिया था. और उस समय उनकी मदद राहुल द्रविड़ ने की थी. मंदीप ने कहा
“वहां के विकेट और परिस्थितियां बिलकुल अलग थी और ऑस्ट्रेलिया की टीम अपने चरम पर थी. शुरुआती मैच में मैंने कुछ खास योगदान नहीं दिया था और मैं काफी प्रेशर में था. मुझे खुद पर शक होने लगा था कि क्या मेरा करियर बस टी-20 क्रिकेट तक ही सिमित रह जायेगा. ऐसे में राहुल भाई ने मेरी मदद की. उन्होंने मुझे बताया कि हर समय क्रिकेट के बारे में नहीं सोचना चाहिए और तुम अपना स्वाभाविक खेल खेलो.”
मंदीप की द्रविड़ की बात सुनी और अगले ही मैच में एक अर्धशतक लगाया.
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मंदीप ने बताया कि उन्होंने क्रिकेट उनके पिता की मर्ज़ी के खिलाफ जा कर चुना था, मंदीप के पिता एथलेटिक्स कोच है और वह चाहते थे कि मंदीप भी एथलेटिक्स में ही जाये, लेकिन मंदीप ने क्रिकेट को एथलेटिक्स के ऊपर चुना और आज उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला है.
मंदीप की ही तरह एक और युवा खिलाड़ी, संजू सैमसन ने भी द्रविड़ की तारीफ़ की है.
सैमसन ने कहा, कि
“भारतीय ए टीम जब भी किसी दौरे से लौटती है, तो उस टीम के सभी खिलाड़ी और बेहतर होकर निकलते है, और इसका श्रेय जाता है राहुल द्रविड़ को. राहुल भाई से हमे हर दिन कुछ नया सीखने को मिलता है, हम सभी हर प्रैक्टिस सेशन के दौरान उनसे कुछ न कुछ सीखते है. और युवा खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए उनसे बेहतर और कोई विकल्प नहीं हो सकता.”