बंगलादेश क्रिकेट टीम को पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जगह दिलाने वाले कप्तान मशरफे मुर्तजा वनडे टीम से हटाए जाने की खबर आ रही थी. खबरों के अनुसार मुर्तजा अब केवल टीम के खिलाड़ी के तौर पर ही खेलेगे. क्योंकि वो टीम को सही तरह से लीड नही कर पा रहे है. यह खबर मशरफे मुर्तजा के लिए भी चौकाने वाली थी.
अचानक छोटे फ़ॉर्मेट से संन्यास ने चौकाया था –
मशरफे मुर्तजा ने श्रीलंका दौरे के बाद अचानक संन्यास ले कर सभी कों चौंका दिया था. इससे इस अफवाह कों और बल मिला कि अबकी बारी वनडे से संन्यास लेने की है. लेकिन यह बात खुद मुर्ताजा कों भी नही पता थी की वह संन्यास लेने जा रहे हैं.
नजमुल हसन ने किया खंडन –
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के प्रेसिडेंट नजमुल हसन ने कहा, हम वनडे कप्तान मुर्तजा को नही हटाने जा रहे, वो जब तक चाहे वो खेल सकते है. जब तक वो अपने आप को फिट महशूस नहीं करते हो. नजमुल ने उस मीडिया रिपोर्ट का नाम लेते हुए कहा, कि वो हमारे केवल खिलाड़ी ही नही बल्कि कप्तान है अगर वो टीम कों लीड न कर पा रहे होते तो कप्तान बनते ही क्यों. इसके साथ ही उन तमाम अफवाहों का अंत कर दिया. उन्होंने और कहा की वर्तमान में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नही है जो टीम कों लीड कर सके. जब तक वो फिट रहेगे वो हमारे कप्तान रहेगे.
हमेशा रहे हैं चोटों के साये में –
मशरफे मुर्तजा हमेशा चोटों से घिरे रहे हैं. उनके घुटने के सात ऑपरेशन हुए है. लेकिन एक बात यह भी है की उन्होने इन चोटों कों कभी अपने खेल पर हावी नही होने दिया. इसी कारण वह वर्ल्ड कप 2015 के बाद बांग्लादेश के दूसरे सबसे सफ़ल गेंदबाज है. मशरफे ने 30 मैचों में 42 विकेट अपने नाम किए.