गौतम गंभीर पर कल 4 मैचो का प्रतिबन्ध लगने के बाद अब आया गंभीर के प्रसंशको के लिए अच्छी खबर 1

भारतीय टीम के खिलाड़ी और दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर पर दिल्ली के कोच के.पी भास्कर ने बद्सलूकी करने का आरोप लगाया था। इसके बाद गौतम पर चार मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया था। गौतम पर लगे आरोप की जांच के लिए एक जांच कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी में जस्टिस विक्रमजीत सेन, राजेन्द्र आर राठौर और एडवोकेट सोनी सिंह शामिल हैं।

विजय हजारे ट्रॉफी के बाद लगा था आरोप –

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गौतम गंभीर घरेलू मैचों में दिल्ली की कप्तानी करते हैं। लिहाजा विजय हजारे ट्रॉफी  में खेले गए एक मैच के बाद दिल्ली के कोच ने गंभीर पर बद्सलूकी करने आरोप लगाया था, लेकिन गंभीर ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था। भास्कर के आरोप के बाद गंभीर पर चार मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन अब इस प्रतिबंध को हटा दिया गया है।   फाइनल से पहले भारतीय खिलाड़ियों का हुआ बुरा हाल, पूरी रात नहीं सो सके कप्तान कोहली समेत भारतीय खिलाड़ी

जस्टिस सेन ने मामले पर दिया गंभीर बयान –

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दिल्ली के कोच भास्कर के आरोप के बाद जस्टिस सेन ने गौतम गंभीर और भास्कर दोनों से ही मुलाकात की थी और इस मसले पर विस्तार से बात की थी। इसके बाद जस्टिस सेन ने बयान दिया है कि उन्होंने इस मामले पर दोनों ही लोगों से बात की है।

सेन ने मामले का जिक्र करते हुए कहा, “मेरे पास भास्कर की तरफ से शिकायत आयी है। उन्होंने गंभीर पर बद्सलूकी का आरोप लगाया है। लिहाजा कमेटी इसकी जांच की है, जिसमें गंभीर को दोषी पाया गया है। ” कल बांग्लादेश के खिलाफ 125 रनों की पारी के दौरान रोहित शर्मा ने बना डाला विश्व रिकॉर्ड, ऐसा करने वाले दुसरे खिलाड़ी

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गंभीर पर से हटा चार मैचों का प्रतिबंध –

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इस मामले की जांच के लिए जस्टिस सेन ने कमेटी का गठन किया था। इसके बाद सेन ने बयान में कहा, “मैंने दोनों ही व्यक्तियों से 10 मार्च 2017 को इस मामले पर बात की थी। लेकिन इस नहीं सुलझाया जा सका। गंभीर का कोच से इस तरह का व्यवहार करना बेहद अनुचित है। इसलिए उन्हें सजा देने की सिफारिश की गयी है। अगर गंभीर भविष्य में इस तरह की गलती नहीं दोहराते हैं तो उन पर लगा प्रतिबंध हटा दिया जायेगा।”

बता दें कि यह मामला भुवनेश्वर का है, जब दिल्ली की टीम विजय हजारे ट्रॉफी का मैच खेलने गयी थी, तब गंभीर और दिल्ली के कोच के बीच नोक-झोंक हुई थी।