भारत और श्रीलंका के बीच आज सोमवार, 4 दिसम्बर को देश की राजधानी दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में तीसरे और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खेला गया. जहाँ मेहमान श्रीलंकाई क्रिकेट टीम ने पहली बार मैच में ना सिर्फ अपना दबदबा दिखाया, बल्कि अपने खेल से सभी को प्रभावित भी किया.
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि दिल्ली टेस्ट के तीसरे दिन के खेल खत्म होने तक लकांई टीम का स्कोर 9 विकेट के नुकसान पर 356 रन रहा. टीम के लिए कप्तान दिनेश चंडीमल 147 रनों पर नाबाद हैं और टीम अभी भी भारतीय टीम से 180 रन पीछे हैं.
क्या खूब खेले मैथ्यूज
दिनेश चंडीमॉल के अलावा पूर्व कप्तान एंजलो मैथ्यूस ने भी अपने खेल से सभी का दिल जीत लिया. मैथ्यूस ने शानदार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए कुल 111 रन बनाये. श्रीलंका के पूर्व कप्तान का यह आठवां और भारत के खिलाफ तीसरा शतक रहा.
एंजलो मैथ्यूस ने अपनी इस काबिले तारीफ पारी के दौरान 268 गेंदो का सामना किया और पारी के दौरान 14 चौके और दो छक्के लगाये. मैच के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में मैथ्यूस ने अपना बयान देते हुए कहा, कि
”मुझे ना ऐसा क्यों लगा रहा था, कि मैं अपने फ्लो में नहीं खेल रहा हूँ. मैंने विश्व की नंबर वन टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत की थी. हम सभी जानते हैं, कि अंत में सिर्फ रन ही देखे जाते हैं. मैं गेंद को अच्छे से हिट कर रहा था. मगर अर्द्धशतक तह मैंने यह महसूस ही नहीं किया…”
अर्द्धशतक पूरा करने के बाद मैंने अपने आप से कहा कि अभी और मेहनत करनी हैं. एक बल्लेबाज के तौर पर आपके ऊपर हमेशा से ही दबाव रहता हैं और मुझे इस तरह के चैलेंज पसंद हैं. जब मैं 99 पर पहुंचा था, तब मुझे डर लगा रहा था. मेरे सबसे पहले भारत दौरे पर मैं 99 के स्कोर पर रन आउट हो गया था.
अगर कुछ विकेट और हमारे हाथ में होते तो अच्छा रहता. दिनेश चंडीमल ने आज कमाल की पारी खेली. वाकई में यह एक कप्तानी पारी रही. लगातार विकेट गिरने से मुझे दुःख हुआ, लेकिन हमने फाइट की…
स्पिन को मिलेगी मदद
अपनी बात को जारी रखते हुए शतकवीर एंजलो मैथ्यूस ने अंत में कहा, कि
”बल्लेबाजी के लिए यह विकेट बहुत ही बढ़िया हैं. अभी भी विकेट पर टर्न हो रहा हैं, लेकिन बल्लेबाजी करने में मजा भी आ रहा हैं. मैच के चौथे और पांचवे दिन के खेल में स्पिन को काफी मदद मिलेगी…”