पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद का कहना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड(पीसीबी) द्वारा चुने गये विदेशी कोच पाकिस्तान क्रिकेट के ख़राब प्रदर्शन के लिए ज़िम्मेदार हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट की समस्या के निवारण के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने लाहौर में मार्च में 2 दिवसीय सम्मलेन करने की घोषणा की हैं, जिसको लेकर मियांदाद बोर्ड पर जमकर बरसे हैं. सचिन, धोनी और कोहली से ज्यादा आमिर है यह खिलाड़ी, कमाता है इन से 6 गुना ज्यादा पैसे
जावेद मियांदाद ने कहा, “पीसीबी द्वारा आयोजित होने वाले इस सम्मेलन के लिए किसी ने मेरे से अभी तक संपर्क नहीं किया है. मैंने इस सम्मलेन के बारे में समाचार पत्रों में पढ़ा, जिसमें मुझे पता चला कि मेरा नाम भी आमंत्रित खिलाड़ियों की सूची में हैं, लेकिन स्थानीय खिलाड़ियों के साथ इस सम्मेलन का कोई फ़ायदा नहीं हैं. जबकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड मोटा वेतन देकर विदेशी कोचों की नियुक्तियां कर रहा है.”
मियांदाद ने आगे कहा, “विदेशी कोचों और सहायक स्टाफ ने पाकिस्तान क्रिकेट को हानि पहुंचाई है, और इस परिस्थिति में पर ला दिया है. अब स्थानीय खिलाड़ियों से सलाह लेने का क्या मतलब है.”
जावेद मियांदाद 3 बार (1999,2000 और 2003/04) पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कोचिंग कर चुके हैं.
पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट और 233 एकदिवसीय खेलने वाले पूर्व पाकिस्तानी कप्तान का कहना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने यह सम्मलेन क्रिकेट फैन्स और आलोचकों को मुर्ख बनाने के लिए आयोजित की हैं. इमरान खान: एलेन बार्डर आप मुझे भारत से सिर्फ 2 खिलाड़ी सुनील गवास्कर और बीएस चन्द्रशेखर को दे दो, हम ऑस्ट्रेलिया को आसानी से हरा देंगे
“यह अजीब विडंबना है, एक तरफ बोर्ड को विदेशी कोच पाकिस्तान क्रिकेट के लिए अच्छा समाधान लगता है, दूसरी और बोर्ड सुझाव के लिए पूर्व कप्तानों को आमंत्रित कर रही हैं.”
6-7 मार्च को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा सम्मलेन को लेकर बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार खान का कहना है कि आमंत्रित किये गए खिलाड़ियों में इमरान खान और रशीद लतीफ़ के बाद जावेद मियांदाद तीसरे सबसे बड़े खिलाड़ी होगे.