भारतीय टीम कल से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में सीरीज सीरीज का दूसरा मैच खेलेगी। पर्थ के नये ऑप्टस स्टेडियम पर यह पहला टेस्ट मैच खेला पायेगा। इससे पहले यहाँ सिर्फ 2 वनडे और एक प्रथम श्रेणी मैच खेला गया है। इसमें तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिली थी। अब इस मैच से पहले भी पिच पर काफी घास छोड़ा गया है। जिससे तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है।
ऑस्ट्रेलिया के पास तीन तेज गेंदबाज
ऑस्ट्रेलिया की टीम के पास पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हैजलवुड जैसे तीन बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं। इसी वजह से उन्होंने ऐसी पिच बनाने का फैसला किया है। इन पिचों पर उनके गेंदबाज काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
पहले मैच में उनके तेज गेंदबाजों ने शुरुआत तो अच्छी की थी लेकिन बाद में वह लय में नहीं दिखे। मिचेल स्टार्क अपने पुरे लय में गेंदबाजी नहीं कर रहे थे और भारतीय बल्लेबाजों ने इसका पूरा फायदा उठाया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए भी खतरा
ऑस्ट्रेलिया ने भले ही हरी पिच बनाकर मैच जीत अपने नाम करने की रणनीति बनाई हो, लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का मानना है कि इससे ऑस्ट्रेलिया की टीम को भी खतरा है और मामला उल्टा भी पड़ सकता है।
फॉक्स स्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान माइकल वान ने कहा
“इंग्लैंड में भारत की गेंदबाजी और एडिलेड ओवल में प्रदर्शन को देखते हुए जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा निश्चित तौर पर रात को सोने के लिए जाते वक्त ऑस्ट्रेलिया को शुक्रिया जरूर कहेंगे।”
पहले मैच में भारतीय तेज गेंदबाज बेहतर
एडिलेड में हुए पहले टेस्ट मैच में जहाँ भारतीय तेज गेंदबाजों ने 14 विकेट अपने नाम किये, वहीं ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों 12 विकेट ही मिले। इसी वजह से माइकल वॉन ने कहा कि घास छोड़ना पड़ा रिस्क हो सकता है।
उन्होंने कहा
“ऑस्ट्रेलिया पर्थ में ऐसी पिच बनाना चाहती है, जिस पर वह भारतीय बल्लेबाजों को आसानी से आउट कर सके। एडिलेड की पिच और वहां की कंडीशन से गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिली थी, लेकिन भारतीय तेज गेंदबाजों के अनुशासन और उनकी निरंतरता के कारण ही उन्हें सफलता मिली।”
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