स्पॉट- फिक्सिंग वाले खिलाड़ियों पर आजीवन प्रतिबन्ध लगना चाहिए : मिस्बाह-उल- हक 1

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में अभी हर तरफ़ स्पॉट फिक्सिंग को लेकर बाते चल रही है, क्योंकि अभी अभी ख़त्म हुए पाकिस्तान सुपर लीग में पाकिस्तान के कई खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग में पकड़े गए है. इन खिलाड़ियों में पाकिस्तान के मोहम्मद इरफ़ान, शरजील खान, खालिद लतीफ़ और शाहज़ब हसन जैसे खिलाड़ी शामिल है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शाहज़ब हसन को भी किया क्रिकेट से निलंबित

इन सभी खिलाड़ियों पर स्पॉट फिक्सिंग का आरोप साबित हो जाने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस सबको क्रिकेट के हर फॉर्मेट से निलंबित कर दिया है.

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पाकिस्तान क्रिकेट का नाम एक बार फिर से स्पॉट फिक्सिंग में आ जाने से पाकिस्तान की टेस्ट टीम के कप्तान मिस्बाह-उल-हक ने कहा, “2010 में पाकिस्तान क्रिकेट का नाम स्पॉट फिक्सिंग में आया था और उसके बाद 7 साल में सभी खिलाड़ियों ने मिलकर टीम की छवि को सुधारा था, लेकिन एक बार फिर से इसको देखकर बहुत निराशा हो रही है.”   स्पॉट- फिक्सिंग में फँसे खिलाड़ियों से पूछताछ करेगी फ़ेडरल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी: सूत्र

2010 में इंग्लैंड गयी पाकिस्तान टीम के 3 खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग में पकडे गए थे. उसमें सलमान बट, मोहम्मद आसिफ़ और मोहम्मद आमिर शामिल थे. इन तीनो खिलाड़ियों को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने निलंबित कर दिया था और जेल की सजा भी हुई थी. उसके बाद 2016 में एक बार फिर से मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान टीम में जगह बनाली है.

इस बात पर बात करते हुए मिस्बाह -उल -हक़ ने कहा, “जो भी खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी पाए जाते है, उन्हें कभी भी क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलना चाहिए. उन सभी खिलाड़ियों पर क्रिकेट से आजीवन प्रतिबन्ध लगाना चाहिए.”  पीएसएल स्पॉट-फिक्सिंग कांड में एक औरअन्तराष्ट्रीय खिलाड़ी ने नाम का हुआ ख़ुलासा, हो सकती है जेल

मिस्बाह-उल- हक ने आगे कहा, “पाकिस्तान टीम ने अभी इंग्लैंड में जाकर काफी अच्छा क्रिकेट खेला और हमें उम्मीद थी, कि हमारे इस प्रदर्शन के बाद 2010 के उस भ्रष्टाचार से पाकिस्तान टीम जरुर उभर जाएगी, लेकिन एक बार फिर इस तरह से देखकर मुझे लगता है, हमारा वह प्रदर्शन बेकार गया.”

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