भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज महिला वुमेन टी 20 विश्वकप को लेकर बड़ा बयान दिया है. महिला टी 20 विश्वकप को लेकर भारत को प्रबल दावेदार बताया है. लेकिन भविष्यवाणी की है कि आस्ट्रेलिया की टीम टी20 विश्वकप को जीत सकती है. आईसीसी महिला 20 विश्वकप का शुरुआती मुकाबला भारत और आस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार को खेला जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया है ज्यादा मजबूत, पर भारत भी कमजोर नहीं
मैच के संबंध में मिताली राज ने कहा कि पहले मुकाबले में भी आस्ट्रेलिया की टीम जीत की प्रबल दावेदार है. इस मुकाबले में काफी रन बनेंगे और यह बेहद करीबी मैच होगा. उन्होंने कहा कि ‘भारत भी कमजोर नहीं है. उनके पास कुछ बेहद प्रतिभावान खिलाड़ी हैं और मुझे लगता है कि यह काफी करीबी मुकाबला होगा और इसमें काफी रन बनेंगे.’
मिताली ने कहा कि
‘आस्ट्रेलिया के टी20 रिकार्ड के कारण ज्यादा मजबूत स्थिति में हैं. भारत के खिलाफ पहला मैच जीतने की उनकी संभावना कुछ बेहतर हैं.’
मिताली राज ने कहा महिला क्रिकेट में आया है बदलाव
मिताली राज ने कहा कि
‘मेरा मानना है कि महिला क्रिकेट में सबसे बड़ा बदलाव यह आया है कि महिला खिलाड़ी भी अब युवा खिलाड़ियों के लिए आदर्श बनकर उभर रही हैं.’
मिताली ने 1999 में जब खेलना शुरू तो महिला क्रिकेट अधिक लोकप्रिय नहीं था, जबकि शुक्रवार को भारत और आस्ट्रेलिया के बीच होने वाले टी20 विश्व कप के पहले मैच के लिए स्टेडियम के खचाखच भरा होने की उम्मीद है.
भारत इस इस पूर्व कप्तान ने कहा,
”हमारे दिनों में, प्रेरणा के लिए सिर्फ पुरुष खिलाड़ी होते थे क्योंकि हमें टेलीविजन पर उन्हें ही खेलते हुए देखने को मिलता था. आज की युवा लड़कियां यह महिला क्रिकेटर्स को भी आदर्श बना सकती है और मुझे लगता है कि यह सबसे बड़ा बदलाव है जो मैंने देखा है.”
21 फरवरी से होगा विश्वकप का आगाज
विस्फोटक बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम शुक्रवार से शुरू हो रहे आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप ए के मुकाबले में विजयी शुरुआत करने के इरादे से उतरेगी. भारतीय महिला टीम को 2018 के टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.
लेकिन इस बार भारत फाइनल में पहुंचकर खिताब अपने नाम करना चाहेगा. 2018 के विश्व कप में अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज को सेमीफाइनल से बाहर रखने पर काफी विवाद हुआ था लेकिन इस बार मिताली टीम का हिस्सा नहीं हैं और हरमनप्रीत पर टीम को चैंपियन बनाने की पूरी जिम्मेदारी रहेगी.
भारतीय टीम अभी तक एक भी विश्वकप अपने नाम नहीं कर पायी है. ऐसे में भारतीय टीम के लिए इस विश्वकप में खिताब जीतना इतना आसन नहीं होगा लेकिन टीम इतनी काबिल है की अपने दिन में किसी भी टीम को लोहे के चने चबवा सकते हैं.