पाकिस्तान के सलमान बट व मोहम्मद आसिफ के साथ 2010-11 के इंग्लैंड दौरे में स्पॉट फिक्सिंग में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर भी फंसे थे उन पर जानबूझकर नो बॉल कराने का और उन पर भी पीसीबी ने पांच साल का प्रतिबंध लगाया था. विश्व क्रिकेट के लिए आमिर एक उभरते हुए शानदार युवा तेज गेंदबाज थे, लेकिन उनकी इस शर्मनाक हरकत के बाद वह विश्व क्रिकेट के हीरो से जीरो बन गये थे.
मोहम्मद आमिर का कोरोना टेस्ट आया नेगेटिव
पाकिस्तान के बायें हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर को कोरोना वायरस के लिये दूसरी जांच में नेगेटिव आने के बाद इंग्लैंड में राष्ट्रीय टीम से जुड़ने की मंजूरी मिल गयी. आमिर केवल क्रिकेट के छोटे प्रारूप में ही खेलते हैं, लेकिन उनके ऊपर टेस्ट क्रिकेट में वापसी का दबाव बढ़ रहा है. पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ी उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भी शामिल करने की मांग कर रहे हैं.
आमिर को जल्द इंग्लैंड भेजने का हो रहा इंतजाम
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘पीसीबी आमिर और मोहम्मद इमरान को जल्द से जल्द इंग्लैंड भेजने का इंतजाम कर रहा है ताकि वे डर्बीशर में ट्रेनिंग शिविर में जुड़ सकें.’ निश्चित ही, इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले आमिर के टीम के साथ जुड़ने से न केवल पाकिस्तान को मजबूती मिलेगी, बल्कि नए खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई भी होगी.
पाकिस्तान के कई पूर्व दिग्गज मोहम्मद आमिर को देखना चाहते टेस्ट टीम में
पाकिस्तान के कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों की राय है कि अगर आमिर फिट और उपलब्ध हैं तो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिये उनके नाम पर विचार किया जाना चाहिए.
हालांकि मोहम्मद आमिर ने हाल में ही अपने एक बयान में कहा था कि, “मुझे पहले एक या दो प्रारूप खेलने चाहिए थे और यह देखने चाहिए था कि मेरा शरीर कैसा है और क्या मैं तनाव ले सकता हूं. मैंने तीनों प्रारूपों में तुरंत खेलने का फैसला किया और इससे चोट और फिटनेस की समस्या पैदा हुई. हालांकि अब मुझे विश्वास है कि मैं अब चार से छह साल तक खेल सकता हूं अगर मैं अपना ध्यान रखूं.”