भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान तथा दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को इस वक्त दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिना जाता है. इसी कारण कोहली के साथ पाकिस्तान के लिमिटेड ओवर के कप्तान बाबर आजम की तुलना अक्सर की जाती है. हालाँकि पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का मानना है कि इन दोनों की तुलना नहीं की जानी चाहिए. दरअसल अजहर ने पाकिस्तान के चैनल से बात करते हुए ऐसा कहा है.
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने बाबर तथा विराट की तुलना में कही यह बात
पूर्व भारतीय कप्तान ने क्रिकेट पाकिस्तान से बाबर तथा विराट कोहली की तुलना में कहा कि,
” इस वक्त कोहली से बाबर की तुलना नहीं हो सकती क्योंकि वह बेहद युवा बल्लेबाज हैं. बाबर अभी युवा हैं और उन्हें आगे अभी काफी क्रिकेट खेलना बाकी है. निश्चित तौर पर उनके अंदर टॉप बल्लेबाज बनने की क्षमता है और भविष्य में पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाजों में नाम लिखवाने का मौका भी होगा.”
अजहर का साफ कहना था कि अगर आपको कोई बल्लेबाज अच्छा लगे तो उसके खेल का मजा लीजिए ना कि किसी और के साथ तुलना करके इसका मजा खराब कीजिए.
अजहर ने आगे कहा
“मैं तुलना करने में विश्वास नहीं रखता हूं. अगर एक बल्लेबाज अच्छा है तो उसकी बल्लेबाजी का मजा उठाना चाहिए और मुझे तो लगता है उनकी तारीफ की जानी चाहिए ना कि किसी और के साथ तुलना.”
हाल ही में बाबर बने हैं 2 प्रारूपों में कप्तान
आपको बता दें कि बाबर को हाल ही में पाकिस्तान के टी20 के बाद वनडे टीम की कप्तानी भी दी गई है. तमाम दिग्गजों का मानना है कि वह अभी युवा हैं और कुछ सालों बाद उनकी तुलना कोहली जैसे दिग्गज के साथ होनी चाहिए. आजम ने भी कुछ दिन पहले कहा था कि वह अभी काफी युवा हैं और कोहली के मुकाबले उतना क्रिकेट नहीं खेला. अगले पांच सालों में वह कैसा प्रदर्शन करते हैं यह देखना होगा. कोहली बड़े बल्लेबाज हैं और उनके साथ तुलना वाकई सम्मान की बात है.
बाबर तथा विराट की तुलना करना बेईमानी
बाबर आजम ने अब तक 26 टेस्ट और महज 74 वनडे मैच ही खेला है जबकि विराट कोहली ने 86 टेस्ट और 248 वनडे मुकाबला खेला है. बाबर की 25 साल के हैं जबकि कोहली की उम्र 31 साल है. इसी कारण अभी इन खिलाड़ियों की तुलना करना बेमानी होगी.
विराट इस समय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 70 शतक जड़ चुके हैं, जबकि बाबर ने अभी सिर्फ 16 शतक ही अपने नाम किये हैं . इनमे से बाबर आज़म 11 शतक वनडे तथा 5 शतक टेस्ट में लगा चुके हैं. विराट इस समय अपनी चरम पर हैं, जबकि बाबर का अभी शुरूआती दौर है.