पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोहम्मद हफीज से खफा है जिन्होंने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा तैयार किया गया जैविक सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ दिया है. पूर्व कप्तान टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं है लेकिन सीमित ओवरों की सीरीज के लिए उन्हें टीम में शामिल किया गया है. इस दौरान हफीज ने एक गलती कर दी है, दरअसल हफीज ने बायो सिक्योर प्रोटोकॉल को तोड़ा है. हफीज की इस हरकत से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नाराजगी जाहिर की है.
हफीज ने तोड़ा बायो सिक्योर नियम
हफीज ने बुधवार को एक गोल्फ कोर्स पर एक 90 वर्ष की उम्रदराज महिला के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट की, जिसमें साफ़ दिख रहा है कि मोहम्मद हफीज के पास कोई भी पाकिस्तान का खिलाड़ी नहीं है. जबकि नियम के मुताबिक बिना टीम के खिलाड़ी को अकेले घूमने की आजादी नहीं है. अनुभवी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज ने बायो सिक्योर प्रोटोकाल के नियम को तोड़ा है.
दरअसल, मोहम्मद हफीज ने पाकिस्तान टीम से खुद को अलग कर लिया है और पास के ही गोल्फ कोर्स में अकेले ही चले गए. यह गोल्फ कोर्स टीम होटल के पास है लेकिन खिलाड़ियों को ‘बबल’ के बाहर किसी से बातचीत करने की अनुमति नहीं है. इसी कारण मोहम्मद हफीज पर बायो सिक्योर बबल को तोड़ने का आरोप लगा है.
Met an inspirational Young lady today morning at Golf course. She is 90+ & & living her life healthy & happily.Good healthy routine 😍👍🏼 pic.twitter.com/3tsWSkXl1E
— Mohammad Hafeez (@MHafeez22) August 12, 2020
पीसीबी है हफीज से नाराज
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड मोहम्मद हफीज की इस हरकत से नाखुश है. बोर्ड ने हफीज को प्रथकवास पर रखा है. हफीज के बायो सिक्योर बबल के नियम को तोड़ने पर पीसीबी के एक करीबी सूत्र ने कहा कि,
“हफीज के प्रोटोकॉल तोड़ने से सभी खफा हैं और सभी खिलाड़ियों को इस तरह की हरकत नहीं करने की हिदायत दी गई है. ईसीबी की मेडिकल टीम को इसकी जानकारी है और हफीज को अब पांच दिन तक पृथकवास में रहना होगा. इसके अलावा दो कोविड टेस्ट नेगेटिव आने पर ही वह टीम से जुड़ सकेंगे.”
मोहम्मद हफीज की कोरोना रिपोर्ट पाई गयी थी पॉजिटिव
आपको बता दें कि, मोहम्मद हफीज उन खिलाड़ियों में से हैं जो इंग्लैंड जाने से पहले कोरोना जांच में पॉजिटिव पाये गए थे लेकिन उन्होंने निजी तौर पर टेस्ट कराया जो नेगेटिव आया था. उन्होंने वह टेस्ट रिपोर्ट ट्वीट करके पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की काफी किरकिरी कराई थी.
बाद में दो और जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही वह इंग्लैंड आ सके हैं. ईसीबी जैविक सुरक्षित प्रोटोकॉल को काफी गंभीरता से ले रहा है. इसका उदाहरण उन्होंने तब दिया था जब जोफ्रा आर्चर को वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के दौरान इस नियम को तोड़ने के कारण एक टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया था.