भारतीय टीम की विश्व कप तैयारी अंतिम दौर में है। अब विश्व कप से पहले भारत को सिर्फ एक और वनडे मैच खेलना है। इसके बावजूद टीम अभी भी कुछ विभागों में फाइनल खिलाड़ी चयनित नहीं कर पाई है। तेज गेंदबाजी की बात करें तो इस टूर्नामेंट के लिए तीन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी पक्के हैं। हालाँकि, प्लेइंग इलेवन में सिर्फ दो तेज गेंदबाज ही खेलेंगे।
भुवनेश्वर या शमी
विश्व कप में भारतीय टीम के प्लेइंग इलेवन की बात करें तो जसप्रीत बुमराह की जगह पक्की है। दूसरे तेज गेंदबाज के रूप में भारत के पास भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी का विकल्प मौजूद है।
विश्व कप 2015 में दोनों गेंदबाज टीम का हिस्सा थे और शमी टूर्नामेंट में चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी थे। वहीं भुवनेश्वर कुमार को सिर्फ एक ही मैच खेलने का मौका मिला था।
शमी का पलड़ा
काफी समय तक वनडे टीम से बाहर रहने के बाद मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। न्यूजीलैंड में उन्हें शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवार्ड भी दिया गया था।
दूसरी तरह भुवनेश्वर कुमार हर मैच में अपने पहले स्पेल में अच्छी गेंदबाजी करते हैं लेकिन बाद में वह विकेट लेने में असफल रहते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली वनडे में भी कुछ ऐसा ही हुआ। गति कम होने की वजह से पहले स्पेल के बाद भुवी बेअसर हो गये।
आंकड़ों में भी भुवी पीछे
वनडे क्रिकेट में प्रदर्शन की बात करें तो मोहम्मद शमी का रिकॉर्ड भुवनेश्वर कुमार से काफी बेहतर है। शमी वनडे मैचों में भारत के लिए सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं वहीं भुवनेश्वर कुमार उनके आसपास भी नहीं हैं।
मोहम्मद शमी ने अभी तक खेले 62 वनडे मैचों में 111 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान उनका औसत करीब 26 और स्ट्राइक रेट 28 का रहा है। वहीं भुवी की बात करें तो उन्होंने 104 मैचों में सिर्फ 115 विकेट लिए हैं। उन्होंने ये विकेट 36 की औसत और 43 की स्ट्राइक रेट से लिए हैं।
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