इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स पर जीत हासिल करने के बाद पूरी टीम इंडिया की खूब वाहवाही हो रही है। भारत की इस जीत में बल्लेबाजों से लेकर गेंदबाजों तक हर एक खिलाड़ी ने अहम भुमिका निभाई, लेकिन मैच के आखिरी दिन पर नजर डालें तो वहां भारतीय तेज गेंदबाज मो. सिराज ने अपनी गेंदबाजी में खास रोल निभाया था, मगर इसके बावजूद भारत की जीत के प्रमुख हीरो केएल राहुल साबित हुए जिन्हें दूसरे मैच में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
इसी को लेकर अब काफी सवाल उठ रहे हैं कि, लॉर्ड्स टेस्ट में मो. सिराज की अहम भुमिका रही जिन्होनें मैच की दोनों पारियों 4-4 विकेट हासिल किए। जिसकी बदोलत ही भारतीय टीम इंग्लैड को दूसरी पारी में महज 120 रनों पर ढेर कर पाई थी, लेकिन पहली पारी में शतक लगाने वाले केएल राहुल को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ क्यों दिया गया है। गौरतलब है कि, इस मुद्दे पर हिंदी कॉमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भी सवाल उठाए हैं..
क्या सिराज के साथ हुए पक्षपात?
दरअसल, लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में केएल राहुल ने शानदार शतक जड़ते हुए 129 रनों की पारी खेली थी, हालांकि, मैच की दूसरी में वो कुछ खासा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे और जल्दी आउट हो गए थे. वहीं दूसरी ओर तेज गेंदबाज मो. सिराज ने भारत के लिए मैच की दोनों पारी में शानदार गेंदबाजी करते हुए कुल आठ विकेट हासिल किए थे. इनमें सिराज ने दोनों पारियों 4-4 विकेट चटकाते हुए मेजबान इंग्लैंड की पूरी तरह कमर तोड़ते हुए भारतीय टीम को जीत की राह दिखाई थी.
वहीं मैच के अंतिम दिन यानी इंग्लैंड की दूसरी पारी में सिराज ने काफी अहम समय में भारत तो ब्रेक थ्रू दिलाए थे. जिसकी बदोलत भारत ने इंग्लैंड को 120 रनों पर ढेर करते हुए 151 से जीत हासिल की थी. इसीलिए कहा जा रहा है कि ल़ॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय टीम की जीत में राहुल से भी अधिक भुमिका मो. सिराज की थी लेकिन इसके बावजूद राहुल को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
मो. सिराज हैं जीत के असली हीरो- आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर भारतीय गेंदबाजों का अहम रोल बताते हुए कहा कि..
“केएल राहुल को ‘मैन ऑफ द मैच’ अवॉर्ड मिला, लेकिन मैंने मो. सिराज को चुना, मुझे पता है कि सेंचुरी अहम है, इससे आपकी टीम सुरक्षित होती है, लेकिन गेंदबाज मैच जिताते हैं, क्योंकि आपको 20 विकेट की जरूरत होती है. तो मेरे हिसाब से ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ मोहम्मद सिराज हैं. उन्होनें अपनी इस काबिलियत को साबित कर के दिखाया. सिराज के पास विकेट लेने का हुनर है. वो इसमें दिल और जान लगा देते हैं”
जब भी वो रनिंग करते हैं तो ऐसा लगता है कि वो विकेट ले लेंगे. ये उनका 7वां टेस्ट था लेकिन ऐसा लग रहा था कि वो अपना 70वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं, जिस तरह के कॉन्फिडेंस और यकीन के साथ वो खेलते हैं, ये एक दिलचस्प कहानी की तरह है. 4 विकेट पहली पारी में, जिसमें लगातार 2 गेंदों में 2 विकेट शामिल है, दूसरी पारी में फिर से 2 गेंदों में 2 विकेट की शामिल रहे. जिस वजह से मेजबान की कमर पूरी तरह टूट गई थी।”