दिलीप ट्रॉफी में जगह ना मिलने के बाद चयनकर्ताओं पर फूटा मनोज तिवारी का गुस्सा, लगाई कड़ी फटकार 1

दिलीप ट्रॉफी के लिए बीसीसीआई ने तीनों टीमों के लिए खिलाड़ियों के दल का ऐलान कर दिया है. पिछले लंबे समय से घरेलू क्रिकेट में लाजवाब खेल दिखाने वाले बंगाल के मनोज तिवरी को दिलीप ट्रॉफी के लिए किसी भी टीम में स्थान नहीं मिल सका.

टीम में जगह ना मिलने और चयनकर्ताओं द्वारा एक बार फिर से नजरअंदाज किये जाने के बाद मनोज तिवारी का गुस्सा एक बार फिर से फुट पड़ा. मनोज तिवारी ने एक के बाद एक ट्वीट कर इस विषय पर अपनी नाराजगी व्यक्त की.

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चयनकर्ताओं पर बरस पड़े मनोज तिवारी

मनोज तिवारी 

दिलीप ट्रॉफी के लिए नजरअंदाज किये जाने पर बंगाल क्रिकेट टीम के कप्तान मनोज तिवारी ने चयनकर्ताओं पर सवालियां निशान खड़े किये. मनोज ने ट्वीट कर कहा,

”दिलीप ट्रॉफी के लिए चुने गए खिलाड़ियों ,में मेरा नाम कहीं भी शामिल नहीं है. मैं चयनकर्ताओं से पूछना चाहता हूँ कि मुझे दिलीप ट्रॉफी के अगले सत्र में सुने जाने के लिए क्या मापदंड अपनाने होगे या फिर टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए क्या करना होगा. अगर आपको पता है, तो कृपया मुझे बताइए.”

मनोज तिवारी ने आगे कहा, ”इस साल होने वाली दिलीप ट्रॉफी के लिए मैंने देखा है कि पिछले साल ही इसमें जोड़ी गई सिक्किम, अरुणाचल और नागालैंड जैसी टीमों में भी कुछ नए चेहरों को जगह दी गई है. ऐसे में मैं इन टीमों के साथ जाना बेहतर समझूंगा.”

मनोज तिवारी ने आगे अपनी बात जारी रखते हुए कहा,

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”सुना हैं रन बनाने और शतक लगाने से चयन होता है. मैंने मध्य प्रदेश के खिलाफ दोहरा शतक लगाया और पंजाब के खिलाफ भी शतक लगाया, जिनके पास काफी अनुभवी गेंदबाज है. मैं अपने आंकड़े नहीं बता रहा बस यही कहना चाहता हूँ कि इन पर ध्यान दे.”

मनोज तिवारी ने आगे लिखा, ”पिछले साल भारतीय क्रिकेट इतिहास का मैं एकमात्र ऐसा खिलाड़ी रहा, जिसने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए दो बड़े रिकार्ड्स बनाये. मैंने विजय हजारे और देवधर ट्रॉफी दोनों टूर्नामेंट में 100 से अधिक की औसत के साथ रन बनाये थे.”

कुछ ऐसा रहा है भारत के लिए प्रदर्शन

मनोज तिवारी

33 वर्षीय मनोज तिवारी ने टीम इंडिया के लिए अभी तक 12 वनडे मैच खेले है और इस दौरान 24 की औसत के साथ वह 287 रन बनाने में सफल हुए है, जबकि तीन ट्वेंटी-20I मैचों में उनके नाम पर 15 रन दर्ज है. साल 2011 में मनोज तिवारी ने वेस्टइंडीज के विरुद्ध वनडे शतक जमाया था और उसके बाद भी उनको अगले मैचों के लिए टीम के अंतिम ग्यारह में कोई जगह नहीं मिल सकी.

पिछले साल 18 दिसम्बर को जब आईपीएल 12 के लिए ऑक्शन हुआ था, तब भी किसी फ्रेंचाइजी ने मनोज तिवारी के नाम पर अपना दावं नहीं खेला था.

Akhil Gupta

Content Manager & Senior Writer at #Sportzwiki, An ardent cricket lover, Cricket Statistician.