भारत देश की क्रिकेट के प्रति दीवानगी किसी से भी छिपी नहीं है, भारत में क्रिकेट को भारत के लोग एक धर्म की तरह पूजते है. भारत के दर्शको को क्रिकेट का इतना खुमार है, कि कुछ भावुक दर्शक तो क्रिकेटरो को भगवान की तरह मानते है और एसे ही भावुक दर्शक अपने पसंदीदा खिलाड़ीयो से मिलने व देखने के लिए कोई भी हद पार कर देते है और ऐसा ही एक नजारा कल खेले गए पहले क्वालीफायर मैच में मुंबई के वानखेड़े मैदान में भी देखने को मिला जब पुणे की जीत के बाद पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के प्रशसंक उनसे हाथ मिलाने व मिलने के लिए मैदान में घुस आये. धोनी ने अपने इस पसिंदिदा मैदान में एक और मैच जीताऊ पारी खेली.महेंद्र सिंह धोनी नहीं बल्कि इन्हें समर्पित किया वॉशिंगटन सुंदर ने अपना मैन ऑफ द मैच
एसे घुस आये थे धोनी के प्रसंसक मैदान में
पुणे की जीत के बाद सभी पुणे के खिलाड़ी मैदान से बाहर जा रहे थे. तभी 5-6 धोनी के समर्थक सुरक्षाकर्मीयो को चकमा देकर मैदान में घुस आये और धोनी के करीब जाके उन से हाथ मिलाने की कोशिश करने लगे, धोनी ने भी अपने प्रशसंको को निराश नहीं किया और उनसे हाथ मिलाया और मिलने लगे मगर कुछ ही देर बाद सुरक्षाकर्मीयो ने आकर धोनी के प्रशसंको को मैदान से बाहर कर दिया.
कल पुणे के लिए खेली धमाकेदार पारी
कल महेंद्र सिंह धोनी ने पुणे में 40 रन की एक विस्फोटक पारी खेली उन्होंने अपनी इस पारी में मात्र 26 गेंदों का ही सामना किया, अपनी इस मैच जीताऊ पारी में धोनी ने 5 गगनचुंबी छक्के भी लगाए. इस पारी की बदौलत एक समय लग रहा था, कि पुणे का स्कोर 130 रन से 161 रन पहुँच गया.
फिर रास आया वानखेड़े
मुंबई का वानखेड़े मैदान धोनी के लिए बहुत ही भाग्यशाली रहा है. उन्होंने इस मैदान में कई शानदार पारियाँ खेली है, उनकी 2011 विश्वकप में खेली गयी 91 रन की पारी को शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी भुला होगा. उनकी इसी पारी ने भारत को विश्वकप दिलाया था और अब उनकी कल खेली गयी ये पारी भी क्रिकेट प्रेमीयो को सालो साल तक याद रहेगी.राहुल द्रविड़ ने ढूढ़ लिया भारतीय टीम का अगला विराट कोहली, जल्द मिल सकती है भारतीय टीम में जगह
ऐसा रहा था कल का मैच
आइपीएल-10 के पहले क्वालीफायर मुकाबले में मुंबई और पुणे की टीम आमने-सामने थी. इस मैच में मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया पहले बल्लेबाजी करते हुए पुणे ने 4 विकेट के नुकसान पर 20 ओवर में 162 रन बनाए मुंबई को जीत के लिए 163 रन का लक्ष्य मिला जवाब में मुंबई की टीम 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 142 रन ही बना सकी और पुणे ने 20 रन से जीत दर्ज करके पहली बार आइपीएल फाइनल में जगह बना ली.