आईपीएल के 13वें सीजन की शुरुआत होने से पहले चेन्नई सुपर किंग्स की टीम की इस स्थिति की किसी ने कल्पना तक नहीं की होगी, लेकिन ये टीम अब इस सीजन में बाहर होने के बिल्कुल मुहाने पर खड़ी है। चेन्नई सुपर किंग्स की शुक्रवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ हार ने उन्हें इस सीजन से लगभग पूरी तरह से बाहर कर दिया है।
चेन्नई सुपर किंग्स की इस सीजन में लगभग हो गई है छुट्टी
चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल की वो टीम है जिसने हर सीजन में प्लेऑफ में जगह बनाने में सफलता हासिल की थी, लेकिन इस सीजन में टीम केवल अब कुछ समीकरणों के सहारे ही पहुंच सकती है, जिसकी संभावना ना के बराबर है।
मुंबई इंडियंस के खिलाफ शारजाह में खेले गए मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए अंतिम चार में प्रवेश करने का लगभग अंतिम मौका था। इस मैच में महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताते हुए मौका भी दिया।
मौका मिलने पर चेन्नई सुपर किंग्स के दोनों ही युवा बल्लेबाजों ने किया निराश
चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने इस मैच में दो युवा बल्लेबाज ऋतुराज गायकवड़ और एन जगदीशन को मौका दिया। दोनों बल्लेबाजों से बड़ी उम्मीद की जा रही थी, लेकिन इन दोनों ही युवा खिलाड़ियों ने काफी ज्यादा निराश किया और खाता भी नहीं खोल सके।
एन जगदीशन और ऋतुराज गायकवड़ में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन इस मैच में उन्होंने अपने कप्तान और टीम मैनेजमेंट के फैसले को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। भारत के पूर्व दिग्गज वीरेन्द्र सहवाग ने युवा बल्लेबाज की नाकामी पर बड़ी बात कही।
युुुवा खिलाड़ियों ने महेन्द्र सिंह धोनी को किया आहत- सहवाग
क्रिक बज के शो में बात करते हुए वीरेन्द्र सहवाग ने कहा कि “मुंबई के खिलाफ ये हार बहुत लंबे समय तक चोट पहुंचाएगी। ये और भी दुखद है क्योंकि एमएस धोनी को लग सकता है कि मैंने आज अपने युवाओं को आजमाया है और उन्होंने मुझे एक बार फिर निराश किया है। उन्हें कम से कम अपने लिए कुछ रन बनाने चाहिए थे और टूर्नामेंट में आगे टेस्ट लेने के लिए समय लेना चाहिए था।”
सहवाग ने आगे कहा कि “अगर युवा टीम को 140-150 रनों के कुल टोटल तक पहुंचा देते, तो एमएस धोनी उस प्रदर्शन से संतुष्ट हो जाते। धोनी बहुत अधिक आहत होंगे क्योंकि युवाओं ने उन्हें निराश किया है। ये देखना दिलचस्प होगा कि वे यहां से वापसी कैसे करते हैं?”