भारतीय क्रिकेट को लेकर अक्सर कहा जाता है कि यहाँ क्रिकेट के अलावा भी बहुत कुछ खेला जाता है.बीते समय में भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तान-कोटे को लेकर काफ़ी बहसे हो चुकी हैं. कप्तान-कोटा यानी कि एक कप्तान के पसंदीदा खिलाड़ियों या साथ खेलने वालों को राष्ट्रीय टीम में आसानी से मौका मिल जाना.
यहँ हम सफ़ल माने जाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी के कप्तान-कोटे की बात करेंगे. साथ ही बताएंगे उन 3 खिलाड़ियों के बारे में जो भारतीय टीम में जगह पाने के हक़दार न होने के बावजूद बस धोनी की आईपीएल टीम सीएसके में होने की वजह टीम इंडिया में भी आसानी से जगह बना गए.
मनप्रीत गोनी
रूपनगर, पंजाब के 37 वर्षाय तेज़ गेंदबाज़ मनप्रीत सिंह गोनी ने भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर केवल 2 ही वन-डे मैच खेले हैं. इन दोनों मैचों में उनकी गेंदबाज़ी बेहद औसत दर्जे की रही है. 2008 के एशिया कप में खेले 2 मैचों गोनी केवल 2 ही विकेट ले पाए थे.
इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में भी 196 फ़र्स्ट-क्लास, 77 लिस्ट-ए और 97 घरेलू टी20 विकेट ही उनके नाम दर्ज. आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले गोनी को आईपीएल में औसत प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया में केवल इसी लिए जगह मिली क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी सीएसके के कप्तान है.