2011 के विश्वकप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी ने युवराज पर गुस्सा किया था, क्योंकि युवराज जल्दबाजी में  रन बनाने की कोशिस कर रहे थे.

उस विश्वकप फाइनल में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए महेला जयवर्धने के शतक के बदौलत श्रीलंका ने 274 रन बनाए. इस लक्ष्य का पिछा करते हुए भारत ने सहवाग और सचिन का विकेट जल्दी खो दिया, और भारतीय टीम के दर्शकों में सन्नाटा छा गया. लेकिन उसके बाद गौतम गंभीर ने 97 रनों की शानदार पारी खेली, और कोहली के साथ उनकी 83 रनों की साझेदारी हुई. लेकिन कोहली भी आउट हो गये.

Advertisment
Advertisment

फिर गंभीर के साथ धोनी ने 109 रनों की साझेदारी की, और भारत की जीत तय कर दी. लेकिन गंभीर अंतिम क्षणों में आउट हो गये.

 

लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पडा, और धोनी के शानदार 91 रनों के बदौलत भारत ने एतिहासिक जीत दर्ज की.

जब भारत को 22 गेंदों में 22 रन चाहिए थे तब धोनी ने सामने की ओर शॉट खेला, और एक रन लिया, लेकिन युवराज दुसरे रन के लिए दौडे जिस पर धोनी काफी भडक गये थे.

Advertisment
Advertisment

देखे ये विडियो:

SAGAR MHATRE

I am sagar an ardent fan of cricket. I want to become a cricket writer, i always suport virat kohli and ms dhoni in every international match, but not in ipl in ipl i always chear for mumbai indian and...