न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में खेली गई टी20 सीरीज के बाद महेंद्र सिंह धोनी की टी20 टीम में जगह को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे है.
भारतीय टीम के कई पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों ने महेंद्र सिंह धोनी के भारतीय टी20 टीम में जगह को लेकर सवाल उठाये थे. जिनमे धोनी के साथ ही क्रिकेट खेल चुके भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण, अजीत अगरकर व आकाश चोपड़ा शामिल थे. हालाँकि इसके बाद भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री और भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर धोनी के समर्थन में भी आये थे.
धोनी ने दिया अब सभी को जवाब
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी टी20 क्रिकेट टीम में बने रहने को लेकर हो रही आलोचना पर चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने दुबई में अपनी क्रिकेट अकादमी के उद्घाटन के मौके पर खलीज टाइम्स को एक इंटरव्यू दिया है, जिसमे उन्होंने अपनी हो रही आलोचना के बारे में भी बात की है.
हर किसी को अपने विचार रखने की आजादी
महेंद्र सिंह धोनी ने खलीज टाइम्स को दिये गये अपने इंटरव्यू में अपनी हो रही आलोचनाओं को लेकर कहा, “हर किसी के अपने विचार होते है और हर किसी को अपने विचार रखने की आजादी होती है, इसलिए जो भी लोग मेरे बारे में बोल रहे है मैं इसका सम्मान करता हूं.”
भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करना मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा
महेंद्र सिंह धोनी ने खलीज टाइम्स से बात करते हुए आगे कहा,
“भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करना मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा है, क्योंकि हम केवल एक समय के लिए क्रिकेट खेलते हैं. आप एक वर्ष से 15 साल तक खेल सकते हैं, कुछ लोग 20 साल तक खेल लेते हैं, लेकिन जीवन काल में हम लगभग 70 साल जीते है. 10 से 15 साल कुछ भी नहीं है और यही एकमात्र समय है जब आप गर्व से कह सकते हैं, कि मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं, इसलिए मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा होना है.
अपनी क्षमता के अनुसार अच्छा करने के बारे में सोचता हूं
महेंद्र सिंह धोनी ने खलीज टाइम्स से बात करते हुए आगे कहा,
“मुझे हमेशा लगता है, कि आपको अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना चाहिए, मैं परिणाम के बारे में नहीं सोचता हूं सिर्फ अपनी क्षमता के अनुसार अच्छा करने की ओर देखता हूं, मैं सिर्फ परिस्थिति को देखता हूं और सोचता हूं, कि उस समय क्या करना सही है.
जब भी हमारी टीम को 10 रन या 14 रन चाहिए होते है, तो मैं अपनी टीम के लिए पूरी कोशिश करता हूं, लेकिन ऐसे नहीं है, कि आपको यह रन बनाने में हर बार सफलता हाथ लगे कभी-कभी इसमें निराशा भी हाथ लगती है, लेकिन अगर मैंने ईमानदारी से पूरी कोशिश की है, तो मुझे वह परिणाम को भी स्वीकार करना होता है.”
आपको बता दे, कि महेंद्र सिंह धोनी ने यह सब बात शनिवार 11 नवंबर को दुबई में अपनी ग्लोबल क्रिकेट अकादमी के उद्घाटन के मौके में कही है.
वीडियो ऑफ़ द डे
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