ms dhoni wins tennis tournament

टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों की बात आती है तो उसमें सबसे पहला नाम एम एस धोनी (MS Dhoni) का ही लिया जाता है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को टी20 और वनडे वर्ल्ड कप के साथ चैंपियंस ट्रॉफी और आईपीएल में सीएसके को चार बार खिताब भी जीता चुके हैं।

हालांकि उन्होंने क्रिकेट से साल 2020 में संन्यास तो ले लिया लेकिन आईपीएल में वो अभी भी बतौर खिलाड़ी खेल रहे हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब वो टेनिस कोर्ट में भी अपना जलवा दिखा रहे हैं।

टेनिस कोर्ट में दिखा धोनी का जलवा

एम एस धोनी के संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया अबतक एक भी खिताब जूतने में कामयाब नहीं हो पायी है। हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर खेले गये टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत को इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट से शर्मनारक हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था।

क्रिकेट में अपना जलवा दिखाने के बाद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एम एस धोनी (MS Dhoni)अब टेनिस में भी अपना हाथ साफ कर रहे हैं। उन्होंने झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (JSCA) का टेनिस चैंपियनशिप 2022 का डबल्स भी जीत लिया है। इस टूर्नामेंट में धोनी के जौड़ीदार सुमित कुमार बजाज थे।

धोनी-सुमित की जोड़ी ने जीता डबल्स का खिताब

धोनी-सुमित की जोड़ी ने जीता डबल्स का खिताब
धोनी-सुमित की जोड़ी ने जीता डबल्स का खिताब

झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (JSCA) का टेनिस चैंपियनशिप 2022 का डबल्स फाइनल में धोनी-सुमित की जोड़ी ने खनैया-रोहित की जोड़ी को हराकर खिताब अपने नाम किया। दरअसल पिछले दिन खराब रौशनी की वजह से खेल पूरा नहीं हो पाया था।

हालांकि जब खराब रोशनी की वजह से खेल को रोका गया था तो तब एम एस धोनी (MS Dhoni) और सुमित कुमार बजाज की जोड़ी 6-2 से आगे चल रही थी। बता दें कि धोनी ने ये पहली बार टेनिस नहीं खेला है इससे पहले भी वो इस खेल में हाथ आजमा चुके हैं। एम एस धोनी (MS Dhoni) को क्रिकेट के अलावा टेनिस खेलना काफी पसंद है।

आईपीएल में जीता चुके टीम को खिताब

एम एस धोनी (MS Dhoni) ने भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से साल 2020 में संन्यास ले लिया हो लेकिन वो आईपीएल में सीएसके की तरफ से अभी भी बतौर खिलाड़ी खेल रहे हैं। उन्हीं की कप्तानी में सीएसके ने 4 बार खिताब भी अपने नाम करने में कामयाब हो पायी थी।

आईपीएल 2022 का सीजन सीएसके  और धोनी के लिए कुछ खास नहीं था, धोनी ने उस सीजन में 14 मैचों की 13 पारियों में 33.14 की औसत से 232 रन टोके थे, इस दौरान उनके बल्ले से 1 अर्धशतक ही निकल पाया। लेकिन अगले सीजन में फैंस को धोनी से काफी उम्मीदें रहने वाली है।