महेंद्र सिंह धोनी रविवार सुबह सुर्ख़ियों में आये, जब उनके द्वारा कराई गयी पुलिस शिकायत की खबर ने मीडिया में एंट्री की. दरअसल शुक्रवार को धोनी, झारखण्ड की टीम के साथ द्वारका के एक पांच सितारा होटल में ठहरे हुए थे. उसी होटल में सुबह 6.30 बजे आग लगने की खबर से हलचल मच गयी.
धोनी ने अपनी टीम के सभी साथियों को सही सलामत पहले बाहर निकाला, उसके बाद खुद बाहर आये. इस सब के बीच धोनी अपना फोन होटल में ही कही खो बैठे. उसके बाद धोनी को विजय हज़ारे ट्रॉफी के सेमी फाइनल मुकाबला खेलना था, जिसमे उन्हें 41 रनों से हार का सामना करना पड़ा. आईसीसी वनडे की नयी रैंकिंग जारी, विराट कोहली तीसरे नंबर पर बरक़रार, लेकिन रोहित और धोनी को हुआ नुकसान
धोनी ने साउथ वेस्ट दिल्ली के द्वारका थाने में अपने फोन चोरी होने की शिकायत दर्ज की. धोनी ने अपनी कंप्लेंट में लिखा, कि
“हम सभी नाश्ता करने के लिए निचे गए थे और फिर जब हमारा स्टाफ सामान उठाने कमरे में गया, तो वहाँ से मोबाइल फोन गायब थे. सौरव गांंगुली ने महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ मनोज तिवारी के साथ मिलकर बनाया था रणनीति, अनजान धोनी को खोना पड़ा मैच
इस शिकायत पर होटल की ओर से बयान जारी कर कहा गया, कि
“पूरी छानबीन की जा चुकी है और होटल के किसी भी स्टाफ का इससे कोई लेना देना नहीं है और हमारे खिलाफ कोई एफआईआर नहीं दर्ज की गयी है. हमने पुलिस के साथ पूरी तरह से उनकी कार्रवाही के दौरान उनका सहयोग किया.”
धोनी का फोन हालाँकि रविवार को ही दिल्ली पुलिस ने ढूंड निकाला, एक सीनियर पुलिस कर्मी ने पुरे वाक्य के बारे में बताते हुए कहा,
“यह महज़ एक ग़लतफहमी का मामला था, होटल स्टाफ खिलाड़ियों के कमरे की सफाई करने आये थे और उन्हें नहीं पता था, कि फ़ोन किसका है और जैसे ही हमने उनसे पूछा उन्होंने तुरंत फोन हमे लौटा दिए. बतौर टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने वो कर दिखाया जो नहीं कर पाए महेंद्र सिंह धोनी