सनराइजर्स हैदराबाद के युवा तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक ने इस साल अपनी तेज़ तर्रार गेंदबाजी से सभी को अपना दीवाना बना दिया है. 22 साल के इस युवा गेंदबाज़ ने मौजूदा सीजन में लगातार 150 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से गेंदबाजी की है. इसके अलावा उन्होंने इस साल की सबसे तेज़ गेंद भी फेंकी थी, जिसकी गति 157 किमी/घंटा थी. अपने इस ज़बरदस्त प्रदर्शन के बाद सभी का यही मानना है कि उन्हें जल्द ही भारतीय टीम में भी खेलते हुए देखा जा सकता है.
एमएसके प्रसाद ने दिया अहम सुझाव
इसी बीच भारत के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का मानना है कि उमरान को भारतीय टीम में निश्चित तौर पर मौका मिलेगा, लेकिन इसमें जल्दबाजी करने की कोई जरूरत नहीं है. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि,
“मुझे लगता है कि उमरान मलिक को भारतीय टीम में फास्ट ट्रैक करने के बजाय एक व्यवस्थित प्रक्रिया के माध्यम से तैयार किया जाना चाहिए. मुझे पता है कि 150 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति कभी भी आसान नहीं होती है. लेकिन अगर आप उसे राष्ट्रीय टीम के लिए चुनते हैं और अगर वह अच्छा नहीं करता है, वह निराश हो जाएगा और कहीं का नहीं होगा.”
उमरान को कुछ दौरे देने चाहिए
पूर्व चयनकर्ता ने आगे कहा कि,
“तो, घरेलू क्रिकेट का एक पूरा सीजन और भारत ए के कुछ दौरे उन्हें मोहम्मद सिराज के समान एक अच्छे गेंदबाज के रूप में विकसित करने में मदद करेंगे.”
हरभजन सिंह और सुनील गावस्कर समेत कई भारतीय दिग्गजों ने इस बात में सहमती जताई है कि आईपीएल के बाद उमरान मलिक को भारतीय टीम में अवश्य ही मौका दिया जाना चाहिए. हालांकि पिछले कुछ मुकाबलों में उमरान काफी महंगे साबित हुए हैं, जिसके चलते कुछ लोगों का मानना है कि उमरान को अपनी गति के साथ साथ लाइन और लेंथ पर भी मेहनत करने की जरूरत है.