विश्व क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजों का वर्चस्व हमेशा से ही रहा है। भारतीय क्रिकेट की शुरुआत से ही बल्लेबाजों में एक तरह की काबिलियत देखी गई है तभी तो हमेशा ही विदेशी दौरो पर भारतीय बल्लेबाजों और विरोधी टीम के गेंदबाजों के बीच टक्कर मानी जाती है। लेकिन पिछली दो टेस्ट सीरीज से भारतीय बल्लेबाजों ने खासा निराश किया है।
बल्लेबाजों की नाकामी भारतीय टीम पर पड़ी भारी
इस की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका के मुश्किल दौरे के बाद अब इंग्लैंड दौरे पर भारतीय बल्लेबाजों की ओर से ज्यादा प्रतिरोध देखने को नहीं मिला। अगर हम भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को छोड़ दे तो टीम के प्रमुख बल्लेबाजों ने बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन किया और उसी कारण से भारत को दोनों ही बार हार भी झेलनी पड़ी।
नंबर-3 पुजारा और नंबर-5 रहाणे बुरी तरह से रहे नाकाम
मौजूदा टीम इंडिया के पास भी एक से एक शानदार बल्लेबाज हैं। जिसमें विराट कोहली के अलावा चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे हैं। टेस्ट टीम में चेतेश्वर पुजारा नंबर-3 तो अजिंक्य रहाणे नंबर-5 पर बल्लेबाजी करते हैं ये इन दोनों ही बल्लेबाज अपनी जिम्मेदारी को निभाने में विफल रहे।
एमएसके प्रसाद ने इन दोनों स्लॉट को लेकर दी अपनी प्रतिक्रिया
विराट कोहली की सेना को इन दोनों प्रमुख बल्लेबाजों की नाकामी बुरी तरह से भारी पड़ी। वहीं नंबर-3 और नंबर5 बल्लेबाजी क्रम को लेकर भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने साफ कहा कि ये दोनों बल्लेबाज कुछ और अच्छा कर सकते थे।
पुजारा और रहाणे कर सकते थे और भी बेहतर
एमएसके प्रसाद ने कहा कि
“जब हम विशेष स्लॉट पर खिलाड़ियों को चुनते हैं तो हमे आगे बढ़ने और युवा खिलाड़ियों को लेने से पहले उन्हें काफी मौके दिए जाने चाहिए। हां, हमारे ओपनर्स इससे बेहतर कर सकते थे ,लेकिन इंग्लैंड के भी ओपनर्स कुछ ज्यादा नहीं कर सके। परिस्थितियां मुश्किल थी और इसी कारण से दोनों टीमों के ओपनर्स नाकाम रहे। पिछले कुछ सालों से पुजारा और रहाणे नंबर-3 और नंबर-5 स्लॉट पर अच्छा कर रहे हैं। मिडिल ऑर्डर में मुख्य आधार होने के लिए उनके पास पर्याप्त अनुभव है। उन्होंने यहां अच्छा प्रदर्श किया है लेकिन वो और ज्यादा सुसंगत हो सकते थे।”
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