मुंबई में भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मैच खेला जा रह हैं. जहाँ भारतीय टीम सीरीज जीतने के बेहद करीब खड़ी हुई हैं.
चौथे दिन की समाप्ति तक मेहमान टीम इंग्लैंड के सिर पर हार की तलवार लटकती हुई दिखाई दे रही हैं. इंग्लैंड की टीम के दूसरी पारी में 6 बड़े विकेट गिर चुके हैं और टीम पर सिर्फ मुंबई टेस्ट की हार ही नहीं, बल्कि टेस्ट श्रृंखला हारने का भी खतरा मंडरा रहा हैं.
यह भी पढ़े : मैच रिपोर्ट : कप्तान कोहली और स्पिन गेंदबाजों की बदौअलत मुंबई में जीत की ओर अग्रसर टीम इंडिया
भारतीय टीम के लिए पहली बार कोई टेस्ट श्रृंखला खेल रहे ऑल राउंडर जयंत यादव के लिए मुंबई टेस्ट हमेशा के लिए यादगार बन गया. जयंत यादव ने सभी की उम्मीद से हटके खेलते हुए जड़ दिया एक ऐसा शतक जो रिकार्ड्स के पन्नों में दर्ज हो गया.
यह भी पढ़े: बतौर कप्तान जो धोनी, सचिन और गावस्कर नहीं कर पायें वो कर दिखाया विराट कोहली ने
जयंत यादव नंबर 9 पर शतकीय पारी खेलने वाले भारत के पहले बल्लेबाज़ बने. जयंत यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार 104 रनों की पारी खेली. शतकीय पारी खेलने के बाद जयंत यादव ने कहा, कि-
”मेरे लिए यह यादगार दिन रहा. अभी मेरे साथ सब कुछ बढ़िया हो रहा हैं. पर मुझे अभी भी बहुत कुछ सीखना बाकी हैं. मैं अभी भी बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फील्डिंग में सुधार कर रहा हूँ. विराट कोहली के साथ बल्लेबाज़ी करना बढ़िया रहा. कोहली और मेरे बीच बढ़िया साझेदारी रही. विराट भाई के साथ खेलते वक़्त मेरी विचारधारा ही बदल गयी और मैं बिना किसी दबाव के खेलने लगा.”
यह भी पढ़े: बतौर कप्तान जो धोनी, सचिन और गावस्कर नहीं कर पायें वो कर दिखाया विराट कोहली ने
जयंत यादव का अनुसार-
”एक समय मुझे उछाल भरी गेंदों को खेलने में तकलीफ हो रही थी तभी विराट कोहली ने मुझे ऐसी गेंदों पर पुल शॉट खेलने की सलाह दी और मेरे लिए सब आसान हो गया. मेरी बल्लेबाज़ी में सबसे बड़ा योगदान टीम के बल्लेबाज़ी कोच संजय बांगर का रहा. संजय ने मेरी बल्लेबाज़ी पर बहुत मेहनत की और हरियाणा के लिए खेलते हुए जो कुछ भी मैंने सीखा, वो मेरे कम आया.”
यह भी पढ़े: SHOCKING: युवराज सिंह ने एक टीवी शो के दौरान कहा इस भारतीय खिलाड़ी कों कोई ड्रेसिंग सेंस नहीं है
जयंत यादव ने आगे कहा, कि-
”दूसरी पारी में विकेट लेकर बढ़िया लग रहा हैं. पहली पारी में मैं एक भी विकेट नहीं ले पाया था. पर मैंने बल्ले से रन बनाकर उस कमी को दूर कर दिया. दूसरी पारी में रुट का विकेट अहम रहा. जो रूट एक लाजवाब बल्लेबाज़ हैं और टीम के अच्छा खेल रहे थे. ऐसे में उनकी विकेट टीम के लिए बढ़िया रही.”
जयंत यादव ने अंत में कहा, कि-
”कोहली के साथ बल्लेबाज़ी करना बहुत ही यादगार रहा. दुसरे छोर से उनको खेलते देखना बहुत बढ़िया रहा. विराट जिस एनर्जी और जिस विचारधारा के साथ बल्लेबाज़ी करते हैं. वह देखने लायक होती हैं, कोई भी युवा खिलाड़ी उनसे बहुत कुछ सीख सकता हैं. आर. अश्विन ने मुझे बताया था, कि एक बल्लेबाज़ को आप किस तरह चकमा देकर उसकी विकेट हासिल कर सकते हो. साथ ही मैच देखने आये सभी दर्शकों का बहुत शुक्रिया. सभी ने टीम को बहुत चीयर किया.” मैच रिकार्ड्स : जयंत यादव ने तोड़ा 51 साल पुराना रिकॉर्ड, तो कोहली बने रिकॉर्ड किंग