मुंबई ने क्रिकेट जगत को कई सितारे दिए. चाहें वह विनोद काम्बली हो या सचिन तेंदुलकर या फिर रोहित शर्मा. मुंबई का एक और चमकता हुआ सितारा जल्द ही क्रिकेट जगत में दस्तक देगा, जैसे पूत के पाँव पालने में ही दिख जाते हैं ठीक इस तरह इस खिलाड़ी की प्रतिभा का लोहा दुनिया तभी मान चुकी है, जब इसने महान सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया. अब उसने पुनः एक बार फिर कारनामा कर क्रिकेट के भगवान के एक और रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है.
दलीप ट्रॉफी में शतक जड़ दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने-
मुंबई के लिए पिछले सीजन सेमीफाइनल में शतकीय डेब्यू करने वाले युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने नए सीजन की शुरुआत भी रिकॉर्ड के साथ की है. वह दलीप ट्रॉफी के फाइनल में शतक जड़ने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए हैं. इसके साथ ही वह इस टूर्नामेंट में सचिन तेंदुलकर के बाद शतक जड़ने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के बल्लेबाज भी बन गए हैं.
17 वर्षीय पृथ्वी ने इंडिया ब्लू की ओर से खेलते हुए ये कारनामा किया. पृथ्वी का ये करियर के तीसरे प्रथम श्रेणी मैच में दूसरा शतक है.
शॉ ने 17 साल 320 दिन की उम्र में ये कारनामा किया है. सचिन तेंदुलकर ने 17 साल 262 दिन की उम्र में गुवाहाटी में वेस्ट जोन की ओर से खेलते हुए ईस्ट जोन के खिलाफ किया था.
2013 में बनाए थे 546 रन-
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली को बचपन में ही शोहरत की बुलंदियों तक पहुंचाने वाली हैरिस शील्ड ट्रॉफी में 14 साल के पृथ्वी शॉ ने मार्च 2013 में 85 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 546 रनों का स्कोर बनाकर इतिहास रच दिया था. यह वहीं आजाद मैदान है, जहां सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने शारदाश्रम स्कूल की तरफ से 664 रनों की साझेदारी की थी. जिसमें सचिन ने 326 और विनोद कांबली ने 349 रनों का योगदान दिया था.
तीन टूर्नामेंट में शतक लगा एक और रिकॉर्ड की कर सकते हैं बराबरी-
जो कारनामा सचिन तेंदुलकर ने किया था उस कारनामे को दोहराने से पृथ्वी शॉ एक कदम दूर रह गए हैं. सचिन ने रणजी, दलीप और देवधर तीन टूर्नामेंट में अपने डेब्यू मैच में शतक जड़ा था. शॉ दो टूर्नामेंट में शतकीय आगाज कर चुके हैं. ऐसे में सचिन की बराबरी करने के लिए उनके सामने केवल एक टूर्नामेंट रह गया है.