कोलकाता में 19 दिसंबर को आईपीएल 2020 के लिए नीलामी हुई. जहाँ पर कई खिलाड़ियों को टीमों ने उम्मीद से ज्यादा पैसे दिए. जबकि कुछ बड़े और अनुभवी खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी ने ख़रीदा ही नहीं. लगातार दूसरे बार आईपीएल में बिकने वाले मनोज तिवारी का पक्ष लेते हुए पूर्व भारतीय स्पिनर मुरली कार्तिक ने अपनी नाराजगी जताई है.
मनोज तिवारी के नीलामी में ना बिकने से नाराज है मुरली कार्तिक
लगातार दूसरे आईपीएल नीलामी में मनोज तिवारी को किसी भी फ्रेंचाइजी ने आईपीएल नीलामी में नहीं खरीदा. उन्होंने हाल में ही खेले गये सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफी में बंगाल की टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन भी किया था. लेकिन उसके बाद भी उन्हें किसी भी फ्रेंचाइजी ने खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई. अब इसी बात को लेकर निराश हुए मुरली कार्तिक ने ट्वीट करते हुए कहा कि
” मैं बहुत ज्यादा ट्वीट नहीं करता हूँ. कुछ दिनों पहले ही नीलामी हुई है. मुझे समझ नहीं आ रहा है की कैसे मनोज तिवारी जैसा खिलाड़ी आईपीएल में नहीं खरीदा जाता है. ये ऐसे खिलाड़ी हैं, जो जिस फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हैं, उसको अपना सबकुछ देते हैं. बद्रीनाथ और प्रज्ञान ओझा का नाम भी मेरे दिमाग में आ रहा है.”
I dont tweet a lot,this is somewhat late since the auctions were a few days ago,but can't understand how players like @tiwarymanoj not be picked,these are guys who have given everything for the franchise they played for.other players who come to mind @s_badrinath & @pragyanojha
— Kartik Murali (@kartikmurali) December 21, 2019
अच्छा रहा है मनोज तिवारी का आईपीएल रिकॉर्ड
अब तक आईपीएल में मनोज तिवारी ने 98 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 28.73 के औसत से 1695 रन बनाये हैं. इस बीच उनका स्ट्राइक रेट 116.98 का रहा है. जिसमें 7 अर्द्धशतक भी शामिल है. जबकि घरेलू क्रिकेट में इस खिलाड़ी का रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है.
आईपीएल में अब तक मनोज तिवारी ने दिल्ली कैपिटल्स, कोलकाता नाईट राइडर्स, राइजिंग पुणे सुपरजायंट और किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के लिए खेला है. प्रज्ञान ओझा और बद्रीनाथ ने भी आईपीएल में बहुत अच्छा खेल दिखाया है. लेकिन उसके बाद भी उन्हें किसी भी फ्रेंचाइजी ने खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है.
प्रज्ञान ओझा और बद्रीनाथ को भी नहीं मिला खरीददार
स्पिनर प्रज्ञान ओझा आईपीएल में बहुत सफल रहे हैं. 2010 में ओझा पर्पल कैप के विनर रहे थे. लेकिन उसके बाद भी उन्हें कोई भी फ्रेंचाइजी खरीदना नहीं चाहते हैं. कुछ ऐसा ही हाल एस बद्रीनाथ का भी रहा है. जिन्होंने भी आईपीएल में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. लेकिन उसके बाद ही उन्हें कोई भी टीम अपने साथ जोड़ने का नहीं कर रही है.