आज कल विदेशी लीग खेलने का चलन चल रहा है, एक तरफ जहाँ भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी सीरीज खेल रही है, वही दूसरी ओर एक समय पर भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रहे मुरली विजय, फिलहाल तो टीम का हिस्सा नहीं है, लेकिन फिर भी वह एक क्लब में खेलते नजर आएंगे. अब वह इंग्लिश काउंटी में अपनी सेवाए देते दिखाई देंगे. जिसमे उन्होंने पाकिस्तान के अजहर अली की जगह ली है.
भारतीय टीम में वापसी को लेकर कुछ ऐसे दिया जवाब
हालांकि उन्होंने पिछले साल दिसंबर से कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन मुरली विजय अब भारतीय टीम में वापसी नहीं करेंगे, दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज, जिसे हाल ही में इंग्लिश काउंटी की ओर से समरसेट ने तीन मैचों के लिए साइन किया था, उन्होंने कहा कि वह खेल को जुनून और गर्व के लिए खेलते हैं.
उन्होंने कहा कि,
‘मैं क्रिकेट सिर्फ गर्व के लिए खेलता हूं और इसके साथ ही जुनून. मैं भारत या विश्व स्तर के लिए खेलने के लिए उत्सुक नहीं हूं. मेरा फंडा उच्च स्तर पर क्रिकेट खेलना है, इसलिए, मेरे लिए कोई भी क्रिकेट अच्छा है और मैं उन टीमों के लिए योगदान करने के लिए उत्सुक हूं, जिनके लिए मैं खेलता हूं, अपने 15 वर्षों के करियर में भी मैंने यही किया है, लेकिन इससे एक बात जाहिर है, अवसर अधिक अनुभव पैदा करते हैं और मैं आगे के अवसरों के लिए देख रहा हूँ.
इस प्रकार मुरली विजय को मिला मौका
इससे पहले पिछले साल 2018 में भी मुरली विजय काउंटी टीम एसेक्स से खेलते हुए नजर आयें थे और उन्होंने तीन मैचों में 64.59 के बेहतरीन औसत के साथ 323 रन बनाये थे. इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और तीन अर्द्धशतक भी आये थे.
मुरली विजय से पहले हाल फिलहाल के समय में अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन, इशांत शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और वरुण आरोन जैसे बड़े नाम भी काउंटी क्रिकेट में खेल चुके हैं.
काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन 1 में समरसेट टीम ने अभी तक 11 मैच खेले हैं और आठ में जीत दर्ज की है. समरसेट क्लब एसेक्स के बाद 186 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर काबिज हैं
भारतीय टीम के लिए मुरली विजय का सहयोग
तमिलनाडु का बल्लेबाज़ टेस्ट क्रिकेट में भारत का चौथा सबसे सफल सलामी बल्लेबाज रहा है, जिसने बल्लेबाजी की शुरुआत करते हुए 39.19 की औसत से 3880 रन बनाए हैं.
हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उन्हें अभी भी भारत के लिए खेलने की इच्छा है, वह अन्य तरीकों से खेल में योगदान देने के लिए उत्सुक हैं.
जिसके चलते मुरली विजय ने बोला कि,
“बेशक, मैं कह रहा हूं कि मैं अपने सपने पर कोई सीमा नहीं रखता हूँ मैंने चार बार भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी की है और मुझ पर कोई दबाव नहीं है.मैं अब बीएस जिस भी टीम के खेलूँगा उसमे अपना पूरा योगदान देना चाहता हूँ, मैं टीम को जीत दिलाना चाहता हूं और युवाओं को सही मानसिकता में लाना चाहता हूं, इसलिए, ये वो योगदान हैं जो मैं क्रिकेट को दे सकता हूं,”