पत्नी पर अत्याचार के मामले में ब्रिटिश मूल के इस क्रिकेटर पर कोर्ट अपने फैसले पर फिर से करेगी पुनर्विचार 1
क्रिकेट खिलाड़ियों का काम है मैदान में अपने क्रिकेट खेल का प्रदर्शन करना है। लोग इनको उनके खेल के लिए चाहते है। लेकिन कभी-कभार कुछ क्रिकेटरों के सिर भूत सवार हो जाता है और वो कुछ भी कर बैठते है। अब ये आम हो चला है कि किसी ना किसी जगह से किसी खिलाड़ी द्वारा अत्याचार या अपराध का मामला सुनने को मिलता है। कई खिलाड़ी तो ऐसे सनकी होते है कि वो अपनी पत्नी तक को नहीं  छोड़ते है और उन पर जुल्म ढाते है।इसी तरह के एक मामले में पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश क्रिकेटर मुस्तफा बशीर को अपनी पत्नी पर अत्याचार करने के आरोप में कम सजा सुनाए जाने के बाद एक ब्रिटिश अदालत ने अपने इस फैसले पर फिर से पुनर्विचार करने का ऐलान किया है।छुट्टियां मनाने इस खास जगह पर पहुंचा इंग्लैंड का ऑल राउंडर, विश्व की एकलौती जगह है ऐसी

इंग्लैंड के मैनचेस्टर से संबंधित 34 साल के पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश खिलाड़ी 34 साल के मुस्तफा बशीर को पिछले महीने अपनी पत्नी पर क्रिकेट के बल्ले से पिटाई करने के साथ ही उसकी पत्नी को ब्लीच करने का आरोप लगा था। जिसके बाद इस मुद्दे पर मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट ने मुस्तफा पर क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया।

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कोर्ट के इस फैसले के बाद जानकारी के अनुसार बशीर के वकीलों ने स्टैंड पेश किया कि अगर अदालत उन्हें जेल में बंद करने की सजा देगा तो उनका क्रिकेट करियर खत्म हो जाएगा और लंकाशायर क्रिकेट क्लब द्वारा दिया जाने वाला अनुबंध से भी उन्हे हाथ धोना पड़ेगा। आईपीएल 10: पहले मुकाबले से पहले कुछ इस अंदाज़ में नज़र आ रहे है भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी

लेकिन वहीं जब लंकाशायर क्रिकेट क्लब ने मुस्तफा बशीर के मामले को मीडिया में देखा तो उन्होनें इस बात से इनकार कर दिया कि उन्होनें बशीर से किसी भी तरह के अनुबंध की पेशकश की थी।

बशीर पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होनें अपने मामले में अनुबंध की आड़ में यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि अगर उन्हें जेल हो जाएगी तो इससे उन्हें रोजगार के साथ ही उनका करियर भी प्रभावित होगा। जिसके बाद अदालत ने मुस्तफा बशीर को  18 महीने की निलंबन की सजा सुनाई।