भारत के युवा विकेटकीपर और बल्लेबाज़ ऋषभ पन्त को आने वाले समय में धोनी का उतराधिकारी माना जा रहा हैं. उनका प्रदर्शन आईपीएल और घरेलू क्रिकेट बेहद शानदार रहा था. इसके बाद उम्मीद की जा रही है वो आने वाले समय में भारत के लिए NEXT BIG THING साबित हो सकते हैं. वही अपने करियर को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे करियर में सबसे बड़ा योगदान मेरे पिता और मेरे कोच का है. जिसकी वजह से ही मैं इतनी आगे आ पाया हूँ.
मेरे पिता जी चाहते थे मैं अपने जूनून का पीछा करो
ऋषभ पन्त ने अपने पिता के बारें में बात करते हुए उन्होंने कहा कि,
“मेरे पिता चाहते थे कि मैं क्रिकेट खेलूं. उन्होंने मुझे मेरे सपने को पूरा करने को कहा. उनके मेरे उनका जाना बहुत बड़ा झटका था, वो सिर्फ 53 साल के थे.मैं उनकी मौत के सिर्फ दिन बाद ही आईपीएल में दिल्ली के लिए खेलने आ गया था. जीवन में आप को आगे बढ़ना पड़ता है.”
पिता की वजह से क्रिकेट खेल रहा हूँ
उन्होंने आगे कहा कि
,” अपने पिता की वजह से मैं एक यूनिवर्सिटी प्लेयर से एक इंटरनेशनल खिलाड़ी बन पाया हूँ. मुझे खुशी है कि उन्होंने मुझे बेंगलुरु में टी -20 मैच में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला मैच खेलते हुए भी देखा. उन्होंने ने ही मुझे भारत के लिए खेलने के प्रोसाहित किया. “
अपने कोच तारक सिंह की वजह से इतनी आगे आ पाया हूँ
अपने कोच तारक सिंह के बारें में बात करते हुए उन्होंने कहा कि,
“उन्होंने मेरी जिंदगी बदल दी. मेरे जीवन की शुरूआती साल उनके साथ मेरे लिए बहुत उपयोगी साबित हुए. इस दौरान उन्होंने मुझे मेरा बेस्ट करने के लिए मजबूर किया. मैं आज भी उन रातों को याद करता हूँ जब मैं कमरे में शीशे के सामने खड़े हो कर स्ट्रोक का अभ्यास कर रहा था. “