महेंद्र सिंह धोनी के टीम से बाहर होने के बाद भारतीय टीम युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को मौका दे रही है. हालाँकि ऋषभ पंत इन सभी मौके का फायदा उठाने में नाकाम रहे हैं. अब उनकी जगह पर सभी लोग सवाल उठा रहे हैं. लेकिन उसके बाद भी भारतीय टीम इस खिलाड़ी को बाहर नहीं कर रही है.
ऋषभ पंत को मिला नयन मोंगिया का साथ

नयन मोंगिया ने कहा कि इस युवा विकेटकीपर को राष्ट्रीय टीम में अपना स्थान पक्का करने के लिए बेसिक्स पर ध्यान लगाने की जरूरत है. एक तरफ जहाँ सभी लोग इस युवा विकेटकीपर की आलोचना कर रहे हैं तो वही नयन ने उनका साथ दिया है.
नयन मोंगिया ने कहा कि,
‘‘फिर भी लंबा सफर तय करना है। वो (पंत) काफी प्रतिभाशाली है, अभ्यास करते रहो, सारे मैचों में खेलते रहो और आपको जितने भी मौके मिले, उनका फायदा उठाते रहो. विकेटकीपिंग ऐसी चीज है जिसमें आपको मैच खेलते रहने की जरूरत होती है क्योंकि आप अभ्यास में ज्यादा कुछ नहीं कर सकते, जब आप नेट में विकेटकीपिंग करते हो तो इसे ऐसे करो जैसे कि आप मैच खेल रहे हो, इस तरह की छोटी छोटी परेशानियां आएंगी एक विकेटकीपर कम गलतियां करता है तो वो उतना ही बेहतर होता है.”
पंत को उम्मीद से ज्यादा दिए जा रहे मौके

भारतीय टीम के फैन्स लगातार सवाल उठा रहे हैं की क्यों ऋषभ पंत को ख़राब प्रदर्शन के बाद भी लगातार मौके दिए जा रहे हैं. जिसका एक जवाब यह हो सकता है कि, पंत मौजूदा समय में भारत के एकमात्र विकेटकीपर बल्लेबाज हैं जो निचले क्रम पर बल्लेबाजी कर सकते हैं.
अन्य दो बल्लेबाजो की लिस्ट में नाम महेंद्र सिंह धोनी और दिनेश कार्तिक का है. इन दोनों खिलाड़ियों की उम्र हो चुकी है. जिसके कारण यदि युवा खिलाड़ी की तलाश करें तो ऐसा कोई भी युवा विकेटकीपर खिलाड़ी नहीं है. जो निचले क्रम पर बल्लेबाजी कर सके. इसलिए पंत को ही चयनकर्ता लगातार मौके दिए जा रहे हैं.