नई दिल्ली। टीम इंडिया के कोच को लेकर सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बयान दिया है। धोनी ने कहा है कि टीम का नया कोच उसी को होना चाहिए, जिसे भारतीय संस्कृति की पूरी जानकारी हो। इन दिनों टीम इंडिया पूर्णकालिक कोच के बिना मैदान पर उतरने जा रही है और बीसीसीआई ने विज्ञापन जारी करके कोच पद के लिए आवेदन मंगाए हैं।
जिंबाबवे जाने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, ” टीम में संवाद बड़ी समस्या नहीं है। हमने देखा है कि नए खिलाड़ियों के साथ अंग्रेजी बड़ी बाधा नहीं है। मुझे लगता है कि हिंदी में बात करना मापदंड होना चाहिए, लेकिन सिर्फ यही मापदंड नहीं होना चाहिए। सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति का चयन किया जाना चाहिए।”
इसके अलावा जब धोनी से उनको हटा टेस्ट कप्तान विराट कोहली को सभी प्रारूपों में कप्तान बनाने का रवि शास्त्री के टिप्पड़ी के बारे में पूछा गया, तो प्रेस कांफ्रेंस में धोनी ने कहा, “ऐसा नहीं है कि मैं खेल का लुत्फ नहीं उठा रहा हूं, यह फैसला बीसीसीआई को करना है। इस पर फैसला मुझे नहीं करना।”
बता दें कि धोनी टीम इंडिया के पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री की हाल में की गई उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने टेस्ट कप्तान विराट कोहली को सभी प्रारूपों में कप्तान बनाने का समर्थन किया था।
वहीं सीमित ओवरों के कप्तान धोनी ने जिंबाबवे दौरे पर जा रही युवा टीम के बारे में बताया कि मुझे लगता है कि “यह मेरे लिए बिल्कुल अलग अनुभव होने वाला है, इसका कारण यह है कि आप अधिकतर खिलाड़ियों के एक ही समूह के साथ खेलते हैं इसलिए आपको भूमिका और जिम्मेदारी पता होती है। इस द्विपक्षीय सीरीज में काफी खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके साथ मैं पहली बार खेलूंगा।”
बताते चलें कि कुछ समय के लिए संजय बांगड़ को टीम इंडिया का कोच बनाया गया है। इसके अलावा संदीप पाटिल, रवि शास्त्री, बलविंदर सिंह संधू आदि पूर्व खिलाडि़यों ने भारत का पूर्णकालिक कोच बनने के लिए आवेदन कर चुके हैं।