ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम पर इस समय बेईमानी करने का जो दाग लगा है वो लगातार गहरा होता जा रहा है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज में तीसरे टेस्ट के दौरान बॉल टेंपरिंग कांड की शर्मनाक हरकत को अंजाम दिया। इसके बाद पूरा क्रिकेट जगत ऑस्ट्रेलियाई टीम पर थू-थू कर रहा है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम की हो रही है जमकर आलोचना
ऑस्ट्रेलियाई टीम के द्वारा ये बेईमानी करने का कोई पहला मामला नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई टीम को क्रिकेट जगत में क्रिकेट इतिहास की शुरूआत से ही बेइमान माना जाता है। हर बार किसी ना किसी तरह से ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट खिलाड़ी क्रिकेट के जैंटलमैन गेम की साख को नुकसान पहुंचा ही देते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम पर 2015 विश्वकप में बेईमानी करने का आरोप
बॉल टेंपरिंग का कांड इस समय सबसे ज्यादा सुर्खिया बटोर रहा है और हर ओर ऑस्ट्रेलिया का क्रिकेट ही निशाना बना हुआ है इसी बीच एक बड़ा और सनसनीखेज आरोप लगा है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इसी तरह की चिटिंग के चलते ही 2015 में हुए आईसीसी क्रिकेट विश्वकप में खिताब जीता था।
ग्रांट इलियट ने कहा, ऑस्ट्रेलिया ने इसी तरह से जीता था खिताबी मुकाबला
मतलब ये है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने साल 2015 का विश्वकप बेईमानी करके जीता। वैसे ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस विश्वकप के फाइनल मैच का हिस्सा रहने वाले एक खिलाड़ी कह रहे हैं। न्यूजीलैंड के लिए इस विश्वकप में सबसे बड़े स्टार खिलाड़ी के रूप में रहे ऑलराउंडर खिलाड़ी ग्रांट इलियट ने ये बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि “2015 विश्वकप के फाइनल मैच में इसी तरह की कोई बेईमानी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने की थी।”
हम अच्छी स्थिति में थे, अचानक से गेंदबाजी में कैसे हुआ परिवर्तन?
ग्रांट इलियट ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के द्वारा की गई हालिया बॉल टेंपरिंग की इस घटना का जिक्र करते हुए अपनी पुरानी याद को ताजा किया। इलियट ने न्यूजीलैंड के एक रेडियो को दिए इंटरव्यू में बताया कि “मुझसे पूछा गया था कि विश्वकप फाइनल में क्या हुआ था क्या उन्होंने ऐसा किया था? हम अच्छी स्थिति में थे तीन विकेट पर 150 रन बना चुके थे।”
हो सकता है मिचेल स्टार्क ने की हो गेंद से छेड़खानी
ग्रांट इलियट ने कहा कि “मैंने कई ऐसे मैच देखे हैं, जिनमें गेंद अच्छा खासा स्विंग खाती है। असल बात है कि मिचेल स्टार्क जैसे खिलाड़ी की ओर नजर घुमाते हैं जो देर से अच्छी गेंदबाजी नहीं करता। हो सकता है तब वो खुद पर ध्यान दे रहे हों और गेंद के साथ छेड़छाड़ करना चाह रहे हों।”
आंकड़ो के बाद तो इस तरह के उठेंगे सवाल
इलियट ने आगे तंज कसते हुए कहा कि “अब आंकड़े ठीक रहेंगे। सैंडपेपर से पहले किसी का औसत कुछ है और उसके बाद कुछ और। ऐसे में कुछ गेंदबाज जरूर होंगे जिन पर सवाल उठेंगे और गाज गिरेगी, सिर्फ इसलिए क्योंकि वो गेंद के साथ छेड़खानी कर रहे हैं।”
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