साउथ अफ्रीका और भारतीय टीम के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का पहला टेस्ट मैच जारी है और यह टेस्ट मैच साउथ अफ्रीका के बहुत ही सुंदर शहर केपटाउन के न्यूलैंड स्टेडियम में खेला जा रहा है.
अगर हम आपकों केपटाउन के न्यूलैंड क्रिकेट स्टेडियम की एक सच्चाई बताएंगे, तो शायद आपकों भी यकीन नहीं होगा, लेकिन जो हम आपकों बताने जा रहे है वह 100 फीसदी सच है.
न्यूलैंड के ड्रेसिंग रूम का देना पड़ता है अफ्रीका बोर्ड को किराया
जी हाँ ये बात बिलकुल सच है, कि क्रिकेट साउथ अफ्रीका जब भी केपटाउन के न्यूलैंड क्रिकेट स्टेडियम में जो भी मैच आयोजित करता है, उसके लिए उसे ड्रेसिंग रूम किराये पर लेना पड़ता है और उसका दिन के हिसाब से किराया देना पड़ता है और यह तब से चल रहा है जब से साउथ अफ्रीका 25 साल पहले क्रिकेट में वापस आया था.
इस वजह से देना पड़ता है किराया
आपकों बता दे, कि (WPCC) ने इस क्रिकेट स्टेडियम को 1964 में बनवाया था और WPCC ही इस क्रिकेट स्टेडियम का मालिक था, लेकिन साल 2002 में इस स्टेडियम को WPCC ने वेस्टरन प्रोविंस क्रिकेट एसोसिएशन (WPCA) को बेच दिया था, लेकिन उस सौदे के बावजूद ड्रेसिंग रूम वाला हिस्सा WPCC ने नहीं बेचा था.
जिस वजह से क्रिकेट साउथ अफ्रीका को अभी भी यहां मैच आयोजित कराने के लिए खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम का किराया देना पड़ता है. इस बात की पुष्टि खुद WPCC के शीर्ष अधिकारियों व क्लब के चेयरमैन ब्रायन बैड्युक ने की है.
बहुत कम रूपये प्लेयरों के ड्रेसिंग रूम के हमें देने पड़ते है
इस बात को लेकर साउथ अफ्रीका के जर्नल मैनेजर जॉन ने अपने एक बयान में कहा, “हमें नहीं लगता, कि हमने WPCC से इस स्टेडियम को खरीद कर कुछ गलत किया है. यहां हमारे पास 2,400 बैठने की सीट है और यहाँ खाने-पीने की व्यवस्था भी रियायती कीमतों पर है और 500 लोग पवेलियन से भी यहां मैच देख सकते है.
हाँ हमें एक बहुत कम रूपये प्लेयरों के ड्रेसिंग रूम के हमें देने पड़ते है, लेकिन यहाँ का ड्रेसिंग रूम वाकई में बहुत साफ़ और बहुत अच्छे से मेंटेन किया जाता है.
यह इस क्लब के लिए भी पैसे कमाने का एक अच्छा मौका रहता है. यहाँ खिलाड़ियों व उनके परिवार का बहुत अच्छे से स्वागत भी किया जाता है. यह सौदा बहुत अच्छे तरीके से आगे बढ़ रहा है और हम यहां अब दुसरे क्षेत्रों में भी नये ड्रेसिंग रूम बनाने की योजना बना रहे है.”