दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हंसी क्रोनिया को दक्षिण अफ्रीका की टीम का सबसे महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता था, लेकिन साउथ अफ्रीका क्रिकेट में उनकी छवि तब खराब हो गई जब उनका नाम मैच फिक्सिंग में आया. इसके बाद हंसी क्रोनिया ने भी फिक्सिंग के अपने ऊपर लगे आरोपों को सही बताया था, जिसके बाद साउथ अफ्रीका बोर्ड ने उन्हें हमेशा के लिए बैन कर दिया था.
हंसी क्रोनिया के साथ फिक्सिंग में फंसे थे बुकि संजीव चावला
हंसी क्रोनिया एक रात में ही हीरो से विलेन बन गये थे. इसके बाद साल 2002 में एक विमान दुर्घटना में दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी. हंसी क्रोनिया के बाद साउथ अफ्रीका ने अपना नया कप्तान शॉन पोलॉक को बनाया और इनकी कप्तानी में टीम काफी अच्छी तरह से आगे भी बढ़ी थी. हंसी क्रोनिया के साथ फिक्सिंग के इस मामले में बुकि संजीव चावला भी फंसे थे.
क्रिकेट का हर मैच फिक्स होता
टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक हंसी क्रोनिया के साथ फिक्सिंग में फंसे संजीव चावला ने अपने एक बयान में कहा, “क्रिकेट का कोई भी मैच निष्पक्ष नहीं होता. हर मैच जो दर्शक देखने पहुंचते हैं वह फिक्स होता है. अंडरवर्ल्ड इन मैचों को उसी तरह नियंत्रित करते हैं जैसे निर्देशक फिल्मों को करते हैं.” संजीव चावला ने ज्यादा बातें नहीं बताई, क्योंकि उनके मुताबिक अगर वह ऐसा करेंगे तो मार दिए जाएंगे.
पुलिस अभी भी इस मामले की छान बीन कर रही
दूसरी तरफ पुलिस क्राइम स्पेशलिस्ट प्रावीर रंजन का कहना है कि पुलिस अभी भी इस मामले की छान बीन कर रही है. उन्होंने कहा, ‘अभी हमलोग किसी भी तरह की महत्वपूर्ण जानकारी शेयर नहीं कर सकते हैं.’
संजीव का यह बयान आरोप पत्र का हिस्सा है हालांकि इस पर चावला के हस्ताक्षर नहीं है. चावला के साथ इस केस में कृष्ण कुमार, राजेश कालरा और सुनील धारा भी आरोपी हैं जो कि फिलहाल बेल पर रिहा हैं.