पृथ्वी शॉ से पहले ये दिग्गज क्रिकेटर हो चुके हैं डोपिंग के डंग का शिकार 1

डोपिंग नाम सुनते न जाने कितनी तस्वीरे उभरती है सामने, ना जाने कितने खिलाड़ियों का क्रिकेट जीवन खत्म हो गया। इस टेस्ट में फेल होने से ,अभी हाल ही मैं भारतीय क्रिकेट के उभरता सितारा पृथ्वी शॉ भी इस टेस्ट में फेल हो गया। जिसपर बीसीसीआई ने बैन लगा दिया।हालांकि कि यह बैन कुछ महीनों का है,लेकिन इन महीनों में खिलाड़ी किस मनोदशा से गुजरते है। यह तो खिलाड़ी ही बता सकते है। डोपिंग के डंग में फंसने वाले यह कोई इकलौता खिलाड़ी नहीं है, बल्कि बीते समय में एक से बढ़कर एक धुरधंर खिलाड़ी इसके डंग से डंसे जा चुके है।

पृथ्वी शॉ

भारतीय क्रिकेट टीम के युवा बल्लेबाज और अपनी कप्तानी बदौलत भारतीय अंडर-19 टीम को विश्व चैंपियन बनाने वाले टीम इंडिया के उभरते सितारे पृथ्वी शॉ पर बीसीसीआई ने बैन लगा दिया। यह बैन उनपर डोप टेस्ट में फेल होने के कारण लगाया था।

Advertisment
Advertisment

डोपिंग का डंग

डोप टेस्ट में फेल होने के कारण उनपर एक्शन लिया गया और उनपर 15 नवम्बर तक के लिए बैन लगा दिया। ऐसा बताया जाता है कि यह टेस्ट उनका तब किया गया जब वह 22 फरवरी, 2019 को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहे थे। इसी दौरान उनके यूरीन का सैम्पल लिया गया।जिसका जांच की गई, उनके अंदर कुछ तत्व पाए गए थे जो वाडा द्वारा प्रतिबंधित है।

डोपिंग का डंग

हालांकि डोप टेस्ट में फेल होने वाले वह इकलौते खिलाड़ी नहीं थे, बल्कि इससे पहले भी कई खिलाड़ी ऐसे है जो डोप टेस्ट में फेल हो चुके हैं। जिनपर कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है।इन्हीं ने से कुछ नाम ऐसे हैं।

Advertisment
Advertisment

युसूफ पठान

टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज और ऑलराउंडर कहलाने वाले यूसुफ पठान। जिनके परिवार से वो और उनके भाई दोनों टीम इंडिया के लिए खेलने का गौरव प्राप्त कर चुके है। वही यूसुफ साल 2017 में डोपिंग के मामले में फंस चुके हैं।

डोपिंग का डंग

उनका टेस्ट नाडा द्वारा एक खेल के दौरान लिया गया था। जिसमें उनके शरीर में प्रतिबंधित पदार्थ टरबूटेलाइन की कुछ मात्ना पाई गई थी। जिसके कारण बीसीसीआई ने पठान पर पांच माह का निलंबन लगाया था। जो 15 अगस्त 2017 से लागू होकर 14 जनवरी, 2018 तक रहा।

बोर्ड ने कहा

, ‘उनके नमूने की जांच की गई और उसमें टरबूटेलाइन के अंश मिले। यह वाडा के प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में आता है। भारत के लिए 57 वनडे और 22 टी20 मैच खेल चुके पठान पर बीसीसीआई के डोपिंग निरोधक नियमों की धारा 2.1 के तहत आरोप लगाया गया और आरोप के निर्धारण तक उन्हें अस्थायी रुप से निलंबित कर दिया गया था।’

डोपिंग का डंग

बोर्ड ने कहा,

उनके नमूने की जांच की गई और उसमें टरबूटेलाइन के अंश मिले। यह वाडा के प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में आता है। भारत के लिए 57 वनडे और 22 टी20 मैच खेल चुके पठान पर बीसीसीआई के डोपिंग निरोधक नियमों की धारा 2.1 के तहत आरोप लगाया गया और आरोप के निर्धारण तक उन्हें अस्थायी रुप से निलंबित कर दिया गया था।

प्रदीप सांगवान

प्रदीप सांगवान भारत के युवा उभरते क्रिकेटर थे। जिनका खेलना बस अभी शुरू ही हुआ था कि डोपिंग के डंग ने उन्हें डस लिया। बात साल 2013 की है जब वह आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के साथ गेंदबाज के रूप में खेल रहे थे। तभी उनकों डोपिंग के डंग ने डस लिया। जिसके चलते उन्हें 18 महीनें के लिए बैन झेलना पड़ा।

डोपिंग डंग

उनका क्रिकेट का जीवन शुरू होने से पहले आशंकाओं के काले बादलों के पीछे छुपा गया। एक प्रेंस इंटरव्यू के दौरान जब एक अधिकारी से पूछा गया कि उन्होंने किस प्रकार की दवाओं का सेवन किया था, जवाब मैं उन्होंने कहा कि , ‘हम ‘बी’ नमूने के परीक्षण के बाद ही यह जान पाएंगे कि उन्होंने किस प्रकार कि दवाओं का सेवन किया था।

डोपिंग का डंग

शेन वॉर्न

शेन वॉर्न और विवादों का पुराना नाता है वो जिस मैच में होते है और विवाद न हो ऐसा हो नहीं सकता । बात साल 2003 की जब आस्ट्रेलिया को पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप का मैच खेलना था लेकिन मैच खेलने के दो दिन पहले ही डोपिंग में फंस गए।

डोपिंग का डंग

जिसकी गिरफ्त में ऑस्ट्रेलियां के मशहूर और दिग्गज  खिलाड़ी स्पिनर शेन वॉर्न आ गए। उन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने प्रतिबंधित दवाओं का सेवन किया है। जिसके कारण उनकों वापस भेज दिया गया। उनपर एक साल का प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि कि जब वॉर्न से पूछा गया तो उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उन्होंने एक दवाई अपनी मां की सलाह पर ली थी जो वजन घटाने के लिए थी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्न पर एक साल का बैन लगा दिया।

डोपिंग का डंग

हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है वह कोई विवादों में घिरे हो इससे पहले भी वह सन् 1995 में उनपर फिक्सिंग का आरोप भी लगाया गया था। उनपर यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने 1994 में श्रीलंका दौरे के दौरान सटोरियों को पिच और मौसम के बारे में जानकारी दी थी।  जिसका खुलासा बाद में हुआ।जिसके कारण उनपर जुर्माना भी लगाया गया था।

शोएब अख्तर

पाकिस्तान के रावलपिंडी ने मशहूर खिलाड़ी  जिनकी तेज गेंदबाजी से अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाए। उन्होंने खुद को अपने जीवन में डोपिंग का डंग झेल चुके है।

डोपिंग का डंग

मामला तब का जब वह अपने करियर के चरम पर थे। मामला साल 2006 का जब डोपिंग में फंसने के कारण उनके ऊपर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था।

डोपिंग का डंग

उन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने नेनड्रोलेन का सेवन किया है।हालांकि यह बैन मान्य नहीं रहा और क्रिकेट बोर्ट को उन्हें वापस लेना पड़ा।

स्टीफन फ्लेमिंग

स्टीफन फ्लेमिंग न्यूजीलैंड के इस समय कोच और पूर्व खिलाड़ी रह चुके है। इस समय वह आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग के कोच भी है।

डोंपिग का डंग

उनकों देखकर कोई कह नहीं सकता कि उन्होंने अपने जीवन में डोपिंग का डंग झेला होगा। स्टीफन साल 1993-94 में डोपिंग के मामले में फेल हुए थे। जिसके कारण उनपर कुछ सालों का प्रतिबंध लगाया गया था। इसके दौरान फ्लेमिंग डोपिंग में फंसने पर कुछ समय के लिए प्रतिबंधित किया गया था।

डोपिंग का डंग

फ्लेमिंग के साथ डियॉन नैश और मैथ्यू हार्ट भी फंसे डोपिंग के केस में फंसे थे। उस समय उन पर आरोप लगाया गया था कि इन्होंने चरस का सेवन किया है।जिसके कारण  टीम मैनेजमेंट से इसकी शिकायत की गई थी और तब फ्लेमिंग पर 175 डॉलर का जुर्माना और एक लंबे समय तक का बैन लगा था.