भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ 610 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी. टीम के इतने बड़े स्कोर में चेतेश्वर पुजारा का महत्वपूर्ण स्थान है. गौरतलब है कि, भारतीय टीम ने अपना पहला विकेट केवल 7 रनों पर केएल राहुल के रूप में गंवा दिया था. इसके बाद आए चेतेश्वर पुजारा ने न केवल टीम को संभाल बड़े स्कोर की बुनियाद तय की बल्कि खुद चेतेश्वर पुजारा ने अपने करियर का 14वां टेस्ट शतक लगाया. उन्होंने दूसरे विकेट के लिए मुरली विजय के साथ 205 रनों की साझेदारी की इसके बाद कप्तान विराट कोहली के साथ तीसरे विकेट के लिए 183 रनों की साझेदारी की.
इस पिच पर रन बनाना मुश्किल, पुजारा-
चेतेश्वर पुजारा ने मैच के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, इस विकेट पर रन बनाना इतना आसान था, यह पिच काफी धीमी थी, यहाँ गेंद को बाउंडरी तक पहुँचाना आसान नही था. इस लिए हम स्ट्राइक को बदलने की नीति अपना कर काम कर रहे थे. पुजारा ने पिच के बारे मे कहा कि यह ऐसी पिच थी जहां आप भले ही आउट न हो रहे हों लेकिन इस पिच से रन भी नही बनेंगे.
यह है मेरी सफलता का राज, पुजारा-
पुजारा पुछले एक साल से बेहतरीन बल्लेबाज बन कर उभरे हैं. वह टेस्ट टीम की दीवार का तमगा पा चुके हैं. पुजारा ने इस परिवर्तन के सवाल के जवाब में कहा, कि मैं पिछले ढाई सालों से अपनी फिटनेस पर बहुत काम कर रहा हूँ. मै खुशकिस्मत हूँ कि इस दौरान मुझे कोई इंजरी भी नही हुई.
पुजारा ने कहा, मै इस समय पूरी तरह से फिट हूँ इस कारण मैं इतनी लम्बी पारी खेलने के दौरान भी आसानी से सिंगल और डबल निकाल रहा हूँ.
पुजारा को है स्पिनर पर विश्वास-
भारतीय टीम ने पहली पहली पारी में 405 रनों की बढ़त हासिल कर ली. दूसरी पारी में खेलने उतारी श्रीलंका टीम को तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने पारी की दूसरी ही गेंद पर समाराविक्रमा बोल्ड मार चलता किया हालांकि, पुजारा को अपने स्पिनर्स पर पूरा विश्वास है. उन्होंने कहा कि चौथे दिन पिच और टर्न लेगी ऐसे में हमारे स्पिनर्स आगे हमे मैच जिताने में मदद करेंगे.