बांग्लादेश क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी शाकिब अल हसन के चाहने वाले के लिए एक खुशखबरी सामने आ रही है। मैरीलिबोन क्रिकेट क्लब ( एमसीसी) ने बांग्लादेश के इस दिग्गज क्रिकेट को प्रतिष्ठित विश्व क्रिकेट कमेटी के सदस्य के रूप में नियुक्ति करने की घोषणा की है।
एमसीसी की कमेटी में हुए नियुक्त
गुरूवार की देर शाम को अपने आफिशियल फेसबुक अंकाउट से इस बात की पुष्टि करते हुए बांग्लादेशी क्रिकेटर शाकिब अल हसन ने एक पोस्ट को शेयर किया, जिसमें उन्होंने एमसीसी के सदस्य के रूप में चुने जाने की बात स्वीकारी।
प्रतिष्ठित मैरीलिबोन क्रिकेट क्लब में शाकिब अल हसन के अलावा विश्व के कई स्टार खिलाड़ी पहले से ही मौजूद हैं, जिसमें अध्यक्ष की भूमिका में माइक गैंटिग नियुक्ति किए गए हैं। वहीं बाकी सदस्यों पर नजर डाला जाए तो उसमें रमीज रजा, सौरव गांगुली, चार्लोट एडवर्ड्स, विटेंट वान डेर बिजल, जिमी एडम्स, राॅड मार्श, टिम मे, ब्रेंडन मैकुलम, कुमार संगकारा, रिकी पोटिंग, इयान बिशप, कुमार धर्मसेना और सूजी बेट्स जैसे विश्व के दिग्गज क्रिकेटर सदस्य हैं।
शाकिब ने कहीं दिल की बात
बड़ी तेजी से अर्न्तराष्ट्रीय स्तर तक खास पहचान बनाने वाले बांग्लादेश क्रिकेट टीम के आलराउंडर खिलाड़ी शाकिब अल हसन ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से पोस्ट को शेयर करते हुए कहा कि,
“मै वास्तव में खुद को बेहद भाग्यशाली मान रहा हूं कि मुझे सबसे ज्यादा क्रिकेट में सम्मानीय एमसीसी के क्रिकेट समिति का सदस्य के रूप में नियुक्ति किया गया है। इस तरह के महान सम्मान को एमसीसी द्वारा दिए जाने पर मैं उनको दिल से आभार व्यक्त करता हूं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद..!!”
एमसीसी के पास मौजूद कई अधिकार
आपकों बता दें, मैरीलिबोन क्रिकेट क्लब( एमसीसी) की स्थापना साल 1877 में हुआ था, जिसका काम क्रिकेट के नियमों को बदलने का काम होता है। साथ ही यह एकमात्र अधिकार रखते वाली कमेटी है, जहां पर वे खेल से संबधित मुद्दों पर चर्चा करते है और समय के अनुरूप उन नियमों को बदला जाता है।
शानदार है वनडे क्रिकेट कैरियर
अपने अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर में शाकिब अल हसन ने कई विश्व कीर्तिमान बांग्लादेश क्रिकेट टीम में रहते हुए बनाए। उन्होंने अपने वनडे कैरियर में कुल 177 एकदिवसीय मैच खेलकर 34.85 के औसत से कुल 4983 रन बनाये हैं।
वहीं गेंदबाजी में भी जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 29.49 के औसत से कुल 224 विकेट झटककर विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया।