भारतीय क्रिकेट भले ही क्रिकेट के मैदान में सर्वश्रेष्ठ है। भारतीय टीम के खिलाड़ी क्रिकेट जगत में सबसे बुलंदियों पर रहे हैं। भारतीय खिलाड़ियों का मैदानी प्रदर्शन कुछ ऐसा रहा है कि उनकी काबिलियत का अंदाजा आसानी के साथ लगाया जा सकता है। लेकिन भारतीय क्रिकेट आज भी पीछे कहानी आज भी एक अजीब राह पर ही खड़ी है। भारतीय क्रिकेट की पर्दे के पीछे की ये कहानी एक साथ कई सवालों को खड़ा करती है।
धोनी के करियर पर एमएसके ने उठाए सवाल
भारतीय क्रिकेट में खिलाड़ियों की महानता पर कोई सवाल नहीं है लेकिन इन महान खिलाड़ियों को टीम में चुनने वाली सेलेक्शन कमेटी में शामिल सदस्यों पर जरूर सवाल उठता है। विश्व क्रिकेट की सबसे बड़ी टीम भारत की चयन समिति में शामिल सदस्य भारतीय टीम में शामिल दिग्गज खिलाड़ियों के करियर पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। भारतीय टीम के मुख्य कोच एमएसके प्रसाद अब भारतीय क्रिकेट के सबसे महान कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के वनडे करियर पर सवाल उठा रहे हैं।
क्या एमएसके करेंगे महान धोनी के करियर पर फैसला
ये तो हम जरूर मानते हैं कि एमएसके प्रसाद को बीसीसीआई ने भारतीय टीम का चयन करने की जिम्मेदारी दी है लेकिन उन्हें एक बात का तो जरूर ध्यान रखना चाहिए कि उनके और महेन्द्र सिंह धोनी के करियर में कितना अंतर है। महेन्द्र सिंह धोनी जहां भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े खिलाड़ी में से एक हैं वहीं एमएसके प्रसाद भारतीय टीम के लिए मुश्किल से 25 मैच तक नहीं खेल पाए हैं। हाल ही में एमएसके ने एमएसडी के लिए कहा था कि अब धोनी हमारे लिए ऑटोमेटिक चॉइस नहीं रहे।
एमएसके ने एमएसडी पर सवाल उठाने से पहले कर गए ये भूल
एसएसके प्रसाद ने धोनी के लिए ये बात कह कर भारत के इस सबसे बड़े कप्तान के करियर पर ही सवाल उठ दिया। शायद एमएसके प्रसाद ये भूल रहे हैं कि महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने करियर में जो सफलताएं हासिल की है वो खुद प्रसाद ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। धोनी ने भारतीय क्रिकेट को दुनियाभर में एक खास पहचान दिलायी बल्कि एमएसके प्रसाद तो खुध टीम में भी कभी अपनी पहचान नहीं बना सके। ऐसे में प्रसाद का धोनी पर सवाल उठाना क्रिकेट प्रशंसकों को भी बहुत ही नागवार गुजरा है।
धोनी और प्रसाद के करियर में है रात-दिन का अंतर
खैर एसएसके प्रसाद तो भारतीय टीम के चयनकर्ता हैं तो वो सवाल उठा रहे हैं लेकिन जहां तक धोनी और प्रसाद के करियर की ही तुलना की जाए तो एमएसके प्रसाद ने जहां भारतीय टीम के लिए 17 वनडे और 6 टेस्ट मैच खेले हैं वहीं धोनी ने 296 वनडे, 90 टेस्ट और 77 टी-20 मैच खेले हैं। मतलब साफ है कि रिकॉर्ड ही बयां कर रहे हैं कि धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कितना बड़ा करियर बनाया।