इंग्लैंड की टीम ने भारतीय टीम को विश्व कप 2019 के 38वें मैच में 31 रन के अंतर से हरा दिया था. इस मैच में एक समय भारतीय टीम को 9 ओवर में करीब 95 रन की जरुरत थी. इस समय धोनी क्रीज पर मौजूद थे, इसलिए लग रहा था, कि इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है, लेकिन एमएस धोनी ने सही अप्रोच से नहीं खेला और भारतीय टीम इस मैच को हार गई. भले ही उन्होंने 31 गेंदों पर 42 रन बनाये हो, लेकिन वह टीम की जरुरत के मुताबिक नहीं खेल पाए थे.
मुझे आश्चर्य है, कि लोग धोनी के खेलने के तरीके पर सवाल उठा रहे
भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगर से जब इंग्लैंड के खिलाफ एमएस धोनी की धीमी बल्लेबाजी को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने अपने बयान में कहा, “मुझे आश्चर्य है, कि यह सवाल हर बार सामने आता रहता है. मुझे आश्चर्य होता है, कि लोग उनके खेलने के तरीके पर सवाल उठाते हैं.
मुझे लगता है, कि वह टीम के लिए अपना काम बखूबी कर रहे हैं. हम उनकी बल्लेबाजी से बहुत खुश हैं. हां, अफगानिस्तान के खिलाफ 52 गेंदों में 28 रन की की पारी को छोड़कर, उन्होंने हमेशा अपनी भूमिका निभाई है. सात मैचों में से पांच में उन्होंने टीम के लिए काम किया है.”
वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहे
संजय बांगर ने आगे अपने बयान में कहा, “अगर आप दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले के मैचों को देखें, तो उन्होंने रोहित के साथ 70 रनों की अच्छी साझेदारी की थी. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमें उनसे जैसा खेल चाहिए था. वैसा खेल उन्होंने पेश किया.
“वेस्ट इंडीज के खिलाफ एक मुश्किल विकेट पर उन्होंने हमारे लिए 56 रन बनाये. वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहे हैं और परिस्थितियों को समझकर भी बल्लेबाजी कर रहे हैं.”
इंग्लैंड के खिलाफ परिस्थियाँ हो गई थी मुश्किल
संजय बांगर ने आगे अपने बयान में कहा, “इंग्लैंड के खिलाफ देखा जाए, तो काफी लम्बी बाउंड्री थी. उनके तेज गेंदबाज अच्छी गेंदबाजी भी कर रहे थे. ऐसे में गेंद को हिट करना निश्चित रूप से काफी मुश्किल होता है.”