इन दिनों स्पोर्ट्स मीडिया में सिर्फ और सिर्फ ऑस्ट्रेलिया टीम ही सुर्खियों में छाई हुई है और इसका कारण उनके द्वारा केपटाउन में खेले गये तीसरे टेस्ट मैच में की गई बॉल टेम्परिंग है.
बॉल टेम्परिंग विवाद के बीच साउथ अफ्रीका के हाथों ऑस्ट्रेलिया की टीम को तीसरे टेस्ट मैच में 322 रन की शर्मनाक हार भी झेलनी पड़ी थी.
बॉल टेम्परिंग को लेकर ओटिस गिब्सन ने दिया बड़ा बयान
बॉल टेम्परिंग की घटना को लेकर साउथ अफ्रीका के कोच ओटिस गिब्सन का भी बयान आया है उन्होंने अपने बयान में कहा है, कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को हार से बॉल टेम्परिंग की कीमत चुकानी पड़ी है.
साउथ अफ्रीका के मुख्य कोच ओटिस गिब्सन ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा,
“ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ एशेज में 4-0 से काफी आसानी से जीत दर्ज की थी. जब आप एशेज सीरीज को देखते हैं, तो वह कभी भी किसी भी गेम में पीछे नहीं थे, वे काफी आराम से मैच को जीत रहे थे, लेकिन यहां वे कई बार पीछे रहे हैं और शायद यह निराशा उन पर बॉल टेम्परिंग के कारण आई है. यह बहुत शर्म की बात है, कि उन्होंने ऐसा किया, लेकिन वे इसका हाल अब स्वयं देख सकते है.”
ऑस्ट्रेलिया ने जो किया है वह बहुत ही निराशाजनक
ओटिस गिब्सन ने आगे कहा,
“हर टीम मैच की शुरुआत से ही रिवर्स स्विंग करना चाहती है और गेंद को रिवर्स करने की कोशिश भी करती है और उसके लिए वह गेंद को उछालती है मैदान पर रगड़ती है. स्पिनर अपने हाथ की गंदगी उसमे लगाते है. मुंह से उसमे लार लगाई जाती है, लेकिन इन सब का एक तरीका होता है. गेंद स्वाभविक रूप से बदले वो अच्छा है.
लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने जो किया है वह बहुत ही निराशाजनक है. शायद उन्होंने हताशा की वजह से यह कदम उठाया होगा, लेकिन जो भी कारण रहा हो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.”
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस कारनामे को देख लोग दुखी
ओटिस गिब्सन ने आगे कहा,
“जब आप ऐसा कार्य जानबूझकर कर रहे है, तो लोग इसमें बहुत रुचि रखते हैं. विशेषकर स्टीव स्मिथ ने खुद कहा है कि हमने यह किया है, इसलिए यह प्रकरण और भी विशेष बन रहा है.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का इतिहास बहुत ही शानदार रहा है उनके पास शानदार टीम है. वह कई विश्वकप जीते है. कई महान खिलाड़ी उनके लिए खेले है, लोग क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस कारनामे को देख दुखी है.
मुझे आशा है कि बॉल टेम्परिंग की घटना मेरी निगरानी में नहीं हुई है. मैं हमेशा अपनी टीम से यह कहता हूं कि हम सफ़ेद गेंद हो या लाल गेंद हम नियमों के भीतर ही खेलेंगे. हम जानते हैं कि नियम क्या हैं और हम कभी भी नियम के सीमा रेखा को पार नहीं करेंगे.”